मुंगेर में चुनाव से पहले 1.72 किलो चांदी जब्त, फ्लाइंग स्क्वॉड टीम की बड़ी कार्रवाई मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय
1st Bihar Published by: Updated Thu, 16 Apr 2020 07:24:10 AM IST
- फ़ोटो
NALANDA : तबलीगी मरकज से जुड़े लोगों ने नालंदा जिले में दिल्ली के निजामुद्दीन जैसा मिलता जुलता कांड कर डाला है। कोरोना संक्रमण के बीच बिहारशरीफ की एक मस्जिद में तबलीगी मरकज का आयोजन किया गया था। इस बात का खुलासा जिला प्रशासन की छानबीन में हुआ है। हालांकि जिले के अधिकारी इस पर कुछ भी साफ करने से बच रहे हैं लेकिन नालंदा जिला प्रशासन ने इसकी जानकारी मिलने के बाद राज्य सरकार को 12 अप्रैल को एक अलर्ट भेज दिया है।
बताया जा रहा है कि बिहारशरीफ की एक बड़ी मस्जिद में तबलीगी मरकज का आयोजन किया गया था। 14 और 15 मार्च को मरकज में सैकड़ों लोग शामिल हुए थे। तकरीबन 640 लोगों के शामिल होने की जानकारी दी गई है। सबसे खास बात यह है कि इस मरकज में केवल नालंदा जिले के ही नहीं अन्य जिलों से आए लोग भी शामिल हुए थे। जिला प्रशासन को इसके बारे में जानकारी मिलने के बाद अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए हैं।
बिहारशरीफ को मरकज से जुड़े लोगों का बड़ा केंद्र माना जाता रहा है। नालंदा जिला के लगभग 70 फ़ीसदी मुसलमान तबलीगी मरकज से जुड़े हुए हैं। अब सरकार इस बात का पता लगाने में जुटी हुई है कि मरकज में शामिल होने वाले लोग किन जिलों से आए थे और उनमें संक्रमण का लेवल क्या है।