वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने किया एलान, हमारी आगे की लड़ाई ‘गिनती के बाद हिस्सेदारी’ की जाकिर बन गया जगदीश: 8 मुसलमानों ने हिन्दू धर्म को अपनाया, हवन और वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुद्धिकरण HAJIPUR: जननायक एक्सप्रेस से 8 किलो अफीम बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार ISM में वेदांता इंटरनेशनल और ICICI बैंक के कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव 2025 का आयोजन, कई छात्र-छात्राओं का हुआ चयन Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुंगेर में शरारती तत्वों ने चलाया बत्ती गुल अभियान, डॉक्टर ने लाइट्स बंद नहीं किया तो जान से मारने की दी धमकी Bihar News: वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत, बारिश के दौरान हुआ हादसा मधुबनी में दहेज दानवों की करतूत: दो लाख रूपये के लिए 2 बच्चों की मां की पीट-पीटकर हत्या Pahalgam Attack: ‘हर आतंकवादी के चुन-चुनकर मारेंगे’ आतंक के आकाओं को अमित शाह का सख्त मैसेज
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 26 May 2023 03:57:03 PM IST
- फ़ोटो
RANCHI: उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ का सुप्रीमो दिनेश गोप टेरर फंडिंग के मामले में 30 मई तक राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की रिमांड पर है. जिसके बाद नक्सली दिनेश गोप से NIA के साथ साथ विभिन्न जिलों के पुलिस अधिकारी और अन्य जांच एजेंसियां भी पूछताछ कर रही है.
गुरुवार को झारखंड निवासी दिलेश गोप से जांच एजेंसियों ने पीएलएफआइ के बिहार माड्यूल की जानकारी ली. उससे जांच अधिकारियों ने जानना चाहा कि बिहार में वह किस तरह का आतंक फैलाना चाहता था और वहां उसकी आगे की क्या योजना थी. जहां जांच अधिकारीयों की पूछताछ का पूरा समंध पटना का टाइम बम कनेक्शन था.
गौरतलब हो कि 30 मार्च 2015 को पटना में भूतनाथ रोड के बहादुर हाउसिंग कालोनी स्थित MIG सेक्टर तीन के ब्लाक 12 स्थित फ्लैट 21 में रात के लगभग साढ़े नौ बजे टाइम बम फटने से पूरा इलाका दहल गया था. तात्कालिक SSP मनु महाराज ने नेतृत्व में पटना पुलिस ने मौके से दो टाइम बम भी बरामद किया था. जहां पुलिस को छानबीन में पता चला था कि लेवी वसूलने के लिए PLFI के अपराधियों ने वहां बम लाकर रखा था.
जिसेक बाद लगभग आधा दर्जन अपराधी पकड़े गए थे और उन लोगों ने ही बताया था कि वे पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के गुंडे हैं और उसी के कहने पर ही वे वहां अपने बिहार माड्यूल को मजबूत करने गए थे. लेकिन इससे पहले ही यह कांड हो गया. अब NIA दिनेश गोप से उस पूरी घटना से संबंधित जानकारी ले रही है.