ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025 : बिना पार्टी में शामिल किए बाहुबली नेता जी को मिल गया सिंबल,कैंडिडेट लिस्ट में नाम भी शामिल;JDU में यह क्या हो रहा Bihar Election 2025: वोटिंग से इतने दिन पहले मिलेगी पर्ची, सभी बूथों पर होगी वेबकास्टिंग; निर्वाचन आयोग ने दी सख्त हिदायत Bihar Assembly Election 2025 : बड़का नेता जी भी नहीं कर पाए इस बार लॉबीइंग, प्रतिष्ठ स्कूल के मालिक और धमाकेदार नेता के ले गए सिंबल; साहब रात भर करते रहे जोरदार फिल्डिंग Tulsi Vivah 2025: तुलसी विवाह कब है? जानिए देवउठनी एकादशी की पूरी पूजा विधि candidate list : JDU ने जारी की कैंडिडेट के नाम की पहली लिस्ट, 57 लोगों का नाम शामिल;यहां देखें पूरी लिस्ट Supreme Court on Diwali: दिवाली पर सुप्रीम कोर्ट की बड़ी सौगात, शर्तों के साथ दी ग्रीन पटाखों की इजाजत Supreme Court on Diwali: दिवाली पर सुप्रीम कोर्ट की बड़ी सौगात, शर्तों के साथ दी ग्रीन पटाखों की इजाजत Bihar Election 2025: जन सुराज के टिकट पर इस सीट से चुनाव लड़ेंगे यूट्यूबर मनीष कश्यप, शुभ मुहूर्त में करेंगे नामांकन Bihar Election 2025: जन सुराज के टिकट पर इस सीट से चुनाव लड़ेंगे यूट्यूबर मनीष कश्यप, शुभ मुहूर्त में करेंगे नामांकन Bihar Election 2025: खेसारी लाल यादव की पत्नी चंदा यादव चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं, पटना पहुंचते ही एक्टर ने किया खुलासा

सुशील मोदी ने की मांग: निगरानी से हो शैक्षणिक विकास निगम की जांच, स्कूलों के विकास के नाम पर मची है लूट

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 26 Aug 2023 07:26:40 PM IST

सुशील मोदी ने की मांग: निगरानी से हो शैक्षणिक विकास निगम की जांच, स्कूलों के विकास के नाम पर मची है लूट

- फ़ोटो

PATNA: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने शैक्षणिक विकास निगम में भ्रष्टाचार की बात कही है। उन्होंने कहा है कि इसकी जांच निगरानी से करायी जाए। एक ओर बिहार के सरकारी स्कूलों में पेयजल और शौचालय की व्यवस्था नहीं है। वही दूसरी ओर स्कूलों में ढांचागत विकास और मनमाने ढंग से निर्माण कार्य में 40 फीसदी कमीशनखोरी के साथ लूट मची हुई है। 


उन्होंने कहा कि बिहार राज्य शैक्षणिक विकास निगम (बीएसइआइडीसी) स्कूलों में सालाना 1500 करोड़ तक के मनमाने निर्माण कार्य करा रहा है, लेकिन इस में मानक, जरूरत और गुणवत्ता का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा है। उन्होंने यह मांग की है कि बीएसइआइडीसी के कार्यकलाप की जाँच निगरानी विभाग से करायी जानी चाहिए।


सुशील मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार के समग्र शिक्षा अभियान के लिए प्राप्त धनराशि के अलावा प्राइमरी और मध्य विद्यालयों के विकास मद में 1400 करोड़ रुपये बिना उपयोग के खाते में पडे हैं, जबकि लाखों स्कूली छात्र पेयजल, बेंच-टेबल, बिजली और उपयोगी शौचालय तक के लिए तरस रहे हैं।


आगे उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा की चिंता राजभवन पर छोड़ कर सरकार को स्कूलों में शैक्षणिक वातावरण और जरूरत के मुताबिक गुणवत्तापूर्ण संसाधनों के विकास पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।