ब्रेकिंग न्यूज़

Ceasefire Violation: जारी है पाकिस्तान की नापाक हरकतें, इन तीन राज्यों में फिर ड्रोन से हमले की कोशिश MADHUBANI: मधुबनी में प्रेम विवाह बना जानलेवा, लड़की के परिवार ने लड़के के पिता की कर दी हत्या BIHAR: शादी समारोह में हर्ष फायरिंग, 13 साल का बच्चे और वेटर को लगी गोली SAHARSA: नाला निर्माण के विवाद को लेकर बाप-बेटे की पिटाई, इलाज के दौरान युवक की मौत BIHAR: हाजीपुर सदर अस्पताल से 2 साल का बच्चा गायब, CCTV खंगालने में जुटी पुलिस BIHAR: बसंतपुर गांव में शोक की लहर, ट्रेन हादसे में 22 वर्षीय गुड्डू सिंह की मौत Air Marshal AK Bharti: कौन हैं एयर मार्शल एके भारती, जिन्होंने पाकिस्तान को सुनाई रामचरित मानस की चौपाई? जानिए.. Bihar News: स्टेज शो के दौरान माही-मनीषा के साथ मारपीट, अस्पताल में कराना पड़ा एडमिट Bihar News: स्टेज शो के दौरान माही-मनीषा के साथ मारपीट, अस्पताल में कराना पड़ा एडमिट Life Style: अच्छे काम पर जाते वक्त क्यों खिलाया जाता है दही-चीनी? धार्मिक ही नहीं वैज्ञानिक वजह भी जान लीजिए..

राजद को आपदा-विपदा से नहीं है मतलब, 'अपने कमीशन खत्म होने का सता रहा है डर'

1st Bihar Published by: Updated Wed, 08 Apr 2020 01:09:11 PM IST

राजद को आपदा-विपदा से नहीं है मतलब, 'अपने कमीशन खत्म होने का सता रहा है डर'

- फ़ोटो

PATNA : देश में कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए केंद्र सरकार ने सांसदों के वेतन में कटौती का फैसला किया है. केंद्र सरकार ने एमपी लैंड फंड को भी खत्म कर दिया है. जिसपर बुधवार को  आरजेडी ने केंद्र सरकार के इस फैसले पर आपत्ति जताई थी. केंद्र सरकार के फैसले पर आरजेडी ने जो आपत्ति जताई है उसपर अब बीजेपी ने पलटवार किया है.  

बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने ट्वीट कर आरजेडी के इस प्रतिक्रिया पर पलटवार किया है. निखिल आनंद ने ट्वीट कर कहा कि 'राजद को राष्ट्रहित व आपदा-विपदा से मतलब नहीं इसलिए कोरोना मद में MPLAD फंड 2साल खत्म करने से पार्टी विधायक आहत हैं. इनको डर है कि सांसदों की तरह विधायक फंड भी खत्म हो गया तो इनके कमीशन का क्या होगा! सरकार के पैसे का ये ऐसे शोक मना रहे हैं जैसे इनकी मेहनत की कमाई का पैसा हो.'





आपको बता दें कि बुधवार को आरजेडी विधायक और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने फर्स्ट बिहार से बातचीत में कहा था कि केंद्र सरकार ने जिस तरह एमपी लैड फंड को खत्म किया है वह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होनें कहा था कि अपने संसदीय क्षेत्र को लेकर सांसदों की जिम्मेदारियां होती है लेकिन केंद्र सरकार ने जिस तरह फंड खत्म करने का फैसला किया वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्हें या उनकी पार्टी को इस बात पर कोई ऐतराज नहीं कि सांसदों और विधायकों के वेतन में कटौती कर कोरोना तो मुकाबला के लिए राशि खर्च की जाए, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह सांसदों के फंड में कटौती की है वह बेहद दुखद है .