ब्रेकिंग न्यूज़

SAHARSA: नाला निर्माण के विवाद को लेकर बाप-बेटे की पिटाई, इलाज के दौरान युवक की मौत BIHAR: हाजीपुर सदर अस्पताल से 2 साल का बच्चा गायब, CCTV खंगालने में जुटी पुलिस BIHAR: बसंतपुर गांव में शोक की लहर, ट्रेन हादसे में 22 वर्षीय गुड्डू सिंह की मौत Air Marshal AK Bharti: कौन हैं एयर मार्शल एके भारती, जिन्होंने पाकिस्तान को सुनाई रामचरित मानस की चौपाई? जानिए.. Bihar News: स्टेज शो के दौरान माही-मनीषा के साथ मारपीट, अस्पताल में कराना पड़ा एडमिट Bihar News: स्टेज शो के दौरान माही-मनीषा के साथ मारपीट, अस्पताल में कराना पड़ा एडमिट Life Style: अच्छे काम पर जाते वक्त क्यों खिलाया जाता है दही-चीनी? धार्मिक ही नहीं वैज्ञानिक वजह भी जान लीजिए.. Bihar News: निगरानी ने सार्वजनिक की बिहार के दागी अफसरों की जानकारी, सरकार को भेजी रिपोर्ट Bihar News: निगरानी ने सार्वजनिक की बिहार के दागी अफसरों की जानकारी, सरकार को भेजी रिपोर्ट शादी में बारातियों ने छोड़ा पटाखा दूल्हे राजा को मिली सजा, FIR दर्ज, सेना के खिलाफ वीडियो वायरल करने वाला क्लर्क भी गिरफ्तार

गरीबों के मदद पर दिया जा रहा जोर, 30 करोड़ लोगों के खाते में भेजा गया पैसा

1st Bihar Published by: Updated Sun, 17 May 2020 11:24:05 AM IST

गरीबों के मदद पर दिया जा रहा जोर, 30 करोड़ लोगों के खाते में भेजा गया पैसा

- फ़ोटो

DELHI: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज पांचवी  प्रेस कॉन्फ्रेंसिंग कर रही हैं. सीतारमण ने बताया कि गरीबों को खाना मुहैया करा रहे हैं. इसके अलावा कैंप में रह रहे लोगों तक भी मदद पहुंचाई जा रही है. गरीबों तक फौरन आर्थिक मदद पहुंचा रहे हैं. देश अहम मोड़ पर है. देश संकट के दौर से गुजर रहा है.

सीतारमण ने कहा कि चुनौतियों के बावजूद एफसीआई, नैफेड और राज्य सरकारों ने प्रवासी मजदूरों को खाने की व्यवस्था की. जो प्रवासी घर नहीं जा सकते थे उनके लिए व्यवस्थाएं कीं. 8.19 करोड़ किसानों के खाते में 2000 रुपए की किश्त पहुंचाई. इसकी कुल लागत 16,394 करोड़ है. सीतारमण ने कहा कि 2.20 करोड़ बिल्डिंग-कंस्ट्रक्शन के मजदूरों के खाते में सीधे रकम पहुंचाई गई है. 12 लाख से ज्यादा ईपीएफओ खाताधारकों को फायदा पहुंचाया गया है.

वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि हेल्थ वर्कर के लिए 50 लाख रुपए का बीमा दिया जा रहा है. आरोग्य सेतु एप के करोड़ों लोगों ने डाउनलोड किया है. इसके माध्यम से कोरोना मरीजों को ट्रेस किया जा रहा है. मेडिकल स्टाफ पर हमला हो रहा था. इसको लेकर कई कानूनी बदलाव किया गया. भारत में एक भी पीपीई किट नहीं बनता है. लेकिन आज तीन हजार यूनिट है जिसमें रोज 2 लाख बन रहा है. बच्चों को शिक्षा के लिए भी रास्ता खोज लिया गया है. तीन चैनलों के अलावे 12 चैनलों को चिन्हित किया गया है.नेशनल सोशल असिस्टेंस प्रोग्राम जो वृद्ध, अपंग और विधवाओं के लिए शुरू किया गया था उसके तहत 2 करोड़ 81लाख लाभार्थियों को 2,807 करोड़ रुपए अब तक ट्रांसफर कर दिया गया है.