QRSAM: 30 हजार करोड़ का यह हथियार खरीदेगा भारत, ताकत बढ़ जाएगी कई गुना Bihar coaching guideline: अब कोचिंग में नहीं पढ़ा सकेंगे सरकारी टीचर! क्या है बिहार सरकार की नई गाइडलाइन? Tej Pratap Yadav: "अंधेरा जितना गहरा होगा, सुबह उतनी ही नजदीक होगी", लालू यादव की तस्वीर संग तेज प्रताप ने फिर साझा किया भावुक पोस्ट Bihar Heatwave: 32 जिलों में हीट वेव को लेकर चेतावनी, पारा 42° पार; इस दिन मानसून देगा दस्तक बिहार विधानसभा चुनाव 2025: HAM की 243 सीटों पर तैयारी, मंत्री संतोष सुमन बोले..NDA की होगी भारी जीत BIHAR: जमुई में वंदे भारत ट्रेन से कटकर युवक की मौत, 10 घंटे तक ट्रैक पर पड़ा रहा शव मुजफ्फरपुर में गल्ला व्यापारी लूटकांड का खुलासा, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज गोपालगंज डीएम ने सबेया एयरपोर्ट कार्यों में तेजी के दिए निर्देश, नियमित समीक्षा का ऐलान Akshay Kumar की अगली 5 फ़िल्में, हर एक पर लिखा है 'ब्लॉकबस्टर मैटेरियल' Shreyas Iyer: कप्तानी को लेकर श्रेयस अय्यर का बड़ा बयान, IPL ख़त्म होने के बाद पहली बार खुलकर बोले
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 06 May 2023 12:22:21 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : जेडीयू सांसद कौशलेंद्र के तरफ से बगरंज दल पर पावंदी लगाने की मांग को लेकर बिहार की राजनीति काफी गर्म हो गयी है। भाजपा के तरफ से बगरंज दल की तुलना बजरंगबली से की जा रही है। इतना ही नहीं भाजपा के तरफ से नीतीश सरकार को खुला चैलेंज भी दिया जा रहा है कि, अगर ताकत है तो इसे बैन करके दिखाएं। इसके बाद अब इस मामले में लोजपा (रामविलास ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान ने भी नीतीश कुमार को खुली चुनौती दे डाली है। चिराग ने कहा - नीतीश के ताकत है तो फिर बैन करके दिखाएं बजरंग दल वाले को।
लोजपा(आर) के नेता चिराग पासवान ने कहा कि, जेडीयू सांसद मांग क्या कर रहे हैं राज्य में उनकी सरकार है अगर ताकत है तो बैन करके दिखाएं। किसी भी संगठन को सिर्फ राजनितिक लाभ के लिए उसके नाम को इस्तेमाल करने के लिए इस तरह का बयानबाजी करना बिल्कुल गलत है। मैं हर बार यही कहता हूं कि, क्या विपक्ष के पास मोदी सरकार से चुनाव जितने के लिए और की दूसरा विकल्प नहीं रहा जो इस तरह का बयान दिया जा रहा है।
इसके आगे चिराग ने कहा कि, जेडीयू के लोग की एक घटना बताएं जिसके आधार पर आप बजरंग दल को बैन करने की मांग कर रहे हैं। सिर्फ दूसरों राज्यों में बात हुआ तो यहां भी मांग किया जाना उचित नहीं हो सकता। आप क्यों बैन करना चाहते हैं। महज एक राजनितिक लाभ लेने के लिए विपक्ष महज एक विपक्षी दल कर्नाटक में विरोध कर रहा है तो बाकी के भी विरोधी दल बहती गंगा में हाथ धोना चाहते हैं। इसके आलावा इनके पास कोई ठोस वजह नहीं है।