Bihar Election 2025: अगर आपको भी नहीं मिल रहा पोलिंग बूथ, तो ऐसे करें पता; जानिए पूरी प्रक्रिया Bihar Election : पहले चरण का प्रचार खत्म, NDA-INDIA गठबंधन ने झोंकी ताकत; 'छठ-हैलोवीन, मोकामा मर्डर और जंगलराज...', का मुद्दा रहा हावी Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव से पहले पड़ोसी राज्यों से वोटिंग के लिए मुफ्त ट्रेनें, वोटरों के लिए मिल रही है यह खास सुविधा Anant Singh Arrest : अनंत सिंह के अरेस्ट होने के बाद धानुक वोटरों की नाराजगी थमेगी? मोकामा-बाढ़ समेत कई सीटों पर दिख सकता असर; जानिए क्या है NDA का प्लान Bihar Weather: बिहार में इस दिन से पड़ेगी भीषण ठंड, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी Bihar Election 2025: चुनाव से पहले गोपालगंज में JDU-कांग्रेस समर्थकों के बीच हिंसक झड़प, चाकूबाजी में एक युवक घायल बिहार चुनाव: पहले चरण का प्रचार थमा, नीतीश–मोदी बनाम तेजस्वी–राहुल की जंग अब दूसरे चरण में तेज, जानिए फर्स्ट फेज में किस नेता ने की कितनी सभाएं और क्या रहा मुद्दा Bihar News: बिहार में JDU नेता के भाई, पत्नी और बेटी की मौत; मचा कोहराम Asia University Rankings: भारत के ये संस्थान एशिया के टॉप-100 विश्वविद्यालयों में शामिल, शीर्ष पर यह यूनिवर्सिटी काबिज Bihar Election 2025: वोटिंग के दिन इन चीजों पर रहेगी छूट, आप भी ले सकते हैं लाभ; जानिए क्या है तरीका
1st Bihar Published by: Updated Mon, 24 Feb 2020 08:48:33 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार विधानसभा चुनाव सामने है और सदन में आज ऐतिहासिक नजारा देखन को मिला. बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सदन की शुरूआत में अपना भाषण उर्दू में पढ़ा. उर्दू में भाषण से नाराज होकर बीजेपी के विधायक ने कह दिया-लाहौल विला कुवत. इसके बाद सदन में हंगामा खड़ा हो गया.
मुस्कुरा रहे थे नीतीश, शांत बैठे रहे सुशील मोदी
बिहार विधानसभा का ये पहला वाकया था जब सदन की शुरूआत में विधानसभा अध्यक्ष ने अपना भाषण उर्दू में दिया हो. सदन में गुलाम सरवर से लेकर मो. हिदायतुल्ला खान जैसे उर्दू के जानकार नेता स्पीकर की कुर्सी पर बैठ चुके हैं. लेकिन पहली दफे किसी अध्यक्ष ने उर्दू में अपना भाषण दिया. सदन की कार्यवाही शुरू कराने आये विजय कुमार चौधरी पहले से तैयारी कर के आये थे. उन्होंने जब उर्दू में लिखा गया भाषण पढ़ना शुरू किया तो ढ़ेर सारे विधायक हैरान रह गये.
इस बीच सदन में मौजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंद-मंद मुस्कुरा रहे थे. बगल में बैठे डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी शांत बैठे रहे. शायद उन्हें भी उम्मीद नहीं थी कि ऐसा होने जा रहा है. सबसे ज्यादा हैरानी में बीजेपी के विधायक थे जो बैठे तो सत्ता पक्ष के बेंच पर थे लेकिन स्पीकर के उर्दू वाले भाषण की जिन्हें कोई खबर नहीं थी.
बीजेपी विधायक ने कहा-लाहौल विला कुवत
विधानसभा अध्यक्ष के उर्दू में भाषण के दौरान ही बीजेपी विधायकों की ओर से आवाज आयी-लाहौल विला कुवत. हम आपको बता दें कि लाहौल विला कुवत का अर्थ क्या होता है. अरबी के जानकारों के मुताबिक लाहौल विला कुवत का इस्तेमाल उस वक्त होता है जब कोई काम बिगड़ जाये, अच्छी भली बात बिगड़ जाये या शैतानी काम हो जाये या फिर बेशर्मी की हदें टूट जाये.
बीजेपी पक्ष से लाहौल विला कुवत की आवाज आते ही विपक्षी बेंच पर बैठे विधायकों ने हंगामा कर दिया. कांग्रेस के शकील अहमद खान, माले के महबूब आलम समेत कई विधायकों ने हंगामा कर दिया. वे बीजेपी विधायक पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे. लेकिन विधानसभा अध्यक्ष अपनी बात कहते रहे. उनके भाषण के ठीक बाद राज्यपाल का अभिभाषण होना था. हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष अपना भाषण समाप्त कर राज्यपाल का स्वागत करने निकल गये.
किसने कहा-लाहौल विला कुवत
उधर विपक्षी विधायकों ने बीजेपी के संजय सरावगी पर लाहौल विला कुवत बोलने का आरोप लगाया. लेकिन संजय सरावगी का कहना था कि उनके पीछे से किसी ने ये बोला है. विधानसभा में कैमरे लगे थे लेकिन उनका फोकस विधानसभा अध्यक्ष पर था. लिहाजा कैमरे में भी ये कैद नहीं हो पाया कि किसने क्या कहा.
नीतीश को मुसलमान वोटरों की चिंता
विधानसभा अध्यक्ष के आज के भाषण को नीतीश के मुस्लिम प्रेम से जोड़ कर देखा जा रहा है. सियासी जानकारों के मुताबिक विधानसभा अध्यक्ष ने अपना भाषण बगैर मुख्यमंत्री की सलाह से नहीं दिया होगा. बिहार में विधानसभा चुनाव सामने है और नीतीश कुमार को मुस्लिम वोटरों की खासी चिंता है. कल ही दरभंगा में उन्होंने एलान किया था कि उनके रहते कोई मुसलमानों का कुछ बिगाड़ नहीं सकता. उन्होंने बिहार में NRC लागू नहीं होने देने का भी एलान किया.