PATNA: बिहार में सरकार बदलने के बाद से ही इस बात की चर्चा होने लगी थी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं। कई मौकों पर जेडीयू के नेता इस बात को कहते रहे हैं कि जनता चाहेगी तो नीतीश कुमार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। इसी बीच कांग्रेस लीडर कमलनाथ ने दावा किया कि राहुल गांधी विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के चेहरा होंगे। कमलनाथ के इस बयान के बाद अब जेडीयू ने यूटर्न ले लिया है। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि नीतीश कुमार में पीएम बनने के सभी गुण मौजूद हैं लेकिन वे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं है। ललन सिंह ने कहा कि सभी दल मिल बैठकर यह तय करेंगे कि प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा।
ललन सिंह ने नीतीश कुमार की प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी को मनगढंत बताया है। उन्होंने कहा कि हमने ऐसा कभी नहीं कहा है। हमने हमेशा से यही कहा है कि इस देश का प्रधानमंत्री बनने के लिए जो गुण किसी व्यक्ति में होने चाहिए वह सारे गुण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास है। इसके अतिरिक्त हम लोगों ने कुछ भी नहीं कहा है। 2024 के चुनाव को लेकर विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हुए हैं। सभी विपक्षी दलों को एकजुट कर बीजेपी के खिलाफ मैदान में उतरेंगे। सभी पार्टियां मिलकर तय करेंगी कि विपक्ष का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा और देश का नेतृत्व कौन करेगा।
वहीं पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह पर आरजेडी की तरफ से कार्रवाई नहीं होने के सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि यह आरजेडी की अंदरूनी मामला है और इसके बारे में राजद के प्रदेश अध्यक्ष और उसके नेता ही बोल सकते हैं। उन्होंने कहा कि आरजेडी अपनी पार्टी के विधायकों को नियंत्रित करने में पूरी तरह से सक्षम हैं। तेजस्वी बार बार कह रहे हैं कि सुधाकर सिंह पर कार्रवाई होगी लेकिन कार्रवाई नहीं की जा रही है, इस सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि इसका जवाब तेजस्वी यादव ही दे सकते हैं।
वहीं इस दौरान सुशील मोदी पर हमला बोलते हुए ललन सिंह ने कहा कि सुशील मोदी बिहार के बहुत बड़े नेता है और वे कुछ भी बोल सकते हैं। लोग तो यह भी कह रहे हैं कि जेपी नड्डा बिहार आए थे तो सुशील मोदी को निमंत्रण तक नहीं दिया गया। बीजपी के लोगों ने सुशील मोदी को एयरपोर्ट तक भी नहीं जाने दिया और ना ही नड्डा के साथ मंच पर बैठने दिया। उन्होंने कहा कि सुधाकर सिंह जो भी बोल रहे हैं वह गठबंधन का मामला है और गठबंधन के मामलों को सार्वजनिक तौर पर तय नहीं किया जा सकता है। ये काम बीजेपी के लोग करते थे जब जेडीयू एनडीए में थी।
वहीं सुशील मोदी के यह कहने पर कि नीतीश कुमार सड़क छाप वाली भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, ललन सिंह ने कहा कि कुछ पाने की लालच में सुशील मोदी का संस्कार इतना नीचे गिर गया है कि उनके बारे में कुछ भी बोलना जरूरी नहीं है। कुछ पाने ली ललासा में सुशील मोदी का स्तर बहुत निम्मतम पर पहुंच चुका है। वहीं इस दौरान ललन सिंह ने गंगा में गाद प्रबंधन और विभिन्न विकास योजनाओं को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा।