PATNA : चिराग़ की लौ बुझाने पर आमदा नीतीश कुमार ने फिर से करारा स्ट्रोक लगाया है. चिराग़ पासवान के किचन कैबिनेट के सदस्य माने जाने वाले पूर्व MLC विनोद सिंह ने उनका साथ छोड़ दिया है. विनोद सिंह 20 सितंबर को जेडीयू का दामन थामने जा रहे हैं. विनोद सिंह के साथ लोजपा के कई और नेता चिराग़ का साथ छोड़कर नीतीश की पार्टी में शामिल होंगे. सूत्रों से मिल रही खबर के मुताबिक़ विनोद सिंह के साथ लोजपा के कई नेता 20 सितंबर को जेडीयू ऑफिस में होने वाले मिलन समारोह में नीतीश का तीर थामेंगे. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. विनोद सिंह के पार्टी छोड़ने से चिराग़ को बड़ा झटका लग सकता है.
लोजपा नेता विनोद सिंह चिराग़ पासवान की कोर टीम के सदस्य रहे हैं. लोजपा ने उन्हें 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में टिकट भी दिया था. वे लंबे अर्से तक लोजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य और प्रदेश उपाध्यक्ष रहे हैं. दिलचस्प बात ये है कि 13 सितंबर को जब चिराग़ पासवान की पार्टी की बैठक में नीतीश कुमार के ख़िलाफ़ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया था तो विनोद सिंह ने उस प्रस्ताव का सबसे पहले समर्थन किया था. फ़र्स्ट बिहार ने जब विनोद सिंह से पार्टी छोड़ने के बारे में पूछताछ की तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.
चिराग़ की पार्टी की पूरी ज़िला इकाई गयी
लोजपा के मधुबनी ज़िला अध्यक्ष बचनू मंडल ने पार्टी छोड़ने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि वे 20 सितंबर को जेडीयू में शामिल होंगे. बचनू मंडल ने फ़र्स्ट बिहार को बताया कि लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने उन्हें पार्टी छोड़ने पर मजबूर कर दिया है. मंडल ने कहा कि राजू तिवारी आपराधिक गिरोह की तरह पार्टी चला रहे हैं. वे पार्टी के नेताओं के साथ गाली गलौज कर रहे हैं. ऐसे में आपराधिक व्यक्ति के साथ राजनीति करना कल्पना से बाहर हैं. बचनू मंडल ने पुष्टि की कि विनोद सिंह भी जेडीयू में शामिल हो रहे हैं.