ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: सीएम नीतीश कुमार अचानक पहुंच गए हाजीपुर, भागे-भागे पहुंचे अधिकार; फोर लेन पुल का किया निरीक्षण 10 रूपये की खातिर नोजल मैन की पिटाई करने वालों को पुलिस ने दबोचा, 25 हजार का ईनामी भी गिरफ्तार Bihar News: चिराग की रैली में दिव्यांग युवक से धक्का-मुक्की, ट्राईसाइकिल क्षतिग्रस्त; बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट के नारे को बताया झूठा Bihar School News: बिहार के 40 हजार से अधिक स्कूलों में होने जा रहा यह बड़ा काम, नीतीश सरकार ने दे दी मंजूरी Bihar School News: बिहार के 40 हजार से अधिक स्कूलों में होने जा रहा यह बड़ा काम, नीतीश सरकार ने दे दी मंजूरी Maharashtra Poll Rigging: राहुल गांधी के फिक्सिंग वाले आरोपों पर चुनाव आयोग का जवाब, लोकतंत्र और कानून का अपमान बताया Maharashtra Poll Rigging: राहुल गांधी के फिक्सिंग वाले आरोपों पर चुनाव आयोग का जवाब, लोकतंत्र और कानून का अपमान बताया बकरीद पर बकरे की जगह बुजुर्ग ने खुद की दी कुर्बानी, छोड़ा चौंकाने वाला सुसाइड नोट, पढ़कर हर कोई रह गया हैरान Bihar Crime News: शिक्षिका और किराएदार शिक्षक के घर चोरी, 10 ताले तोड़ कीमती सामान तथा नकदी ले उड़े चोर Patna News: पटना के कलेक्ट्रेट घाट पर बड़ा हादसा, गंगा में स्नान के दौरान दो छात्र डूबे; दोनों की मौत

नीतीश सरकार हिंदू विरोधी, सुशील मोदी बोले- JDU नेताओं का मानस पाठ सिर्फ पॉलिटिकल शो

1st Bihar Published by: Updated Sat, 14 Jan 2023 07:11:49 PM IST

नीतीश सरकार हिंदू विरोधी, सुशील मोदी बोले-  JDU नेताओं का मानस पाठ सिर्फ पॉलिटिकल शो

- फ़ोटो

PATNA: शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर के विवादित बयान को लेकर बिहार में सियासी घमासान छिड़ गया है। जेडीयू ने शिक्षा मंत्री के बयान से किनारा करते हुए कार्रवाई की मांग कर दी है तो वहीं आरजेडी मंत्री के बयान के साथ मजबूती के साथ खड़ी हो गई है। इसी बीच बीजेपी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोल दिया है। बीजेपी सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार सरकार हिंदू विरोधी है और उसे हिंदुओं की भावना से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि जेडीयू नेताओं की बयानबाजी और मानस का पाठ करना सिर्फ राजनीतिक दिखावा है।


सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि श्रीरामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री की टिप्पणी और उस पर नीतीश कुमार की मौन सहमति से साफ है कि राज्य सरकार घोर हिंदू विरोधी है।महागठबंधन सरकार जिस तरह से सिर्फ सम्प्रदाय विशेष की भावनाओं और सुविधाओं का ख्याल रखते हुए काम कर रही है, वह संविधान के विरुद्ध है। नीतीश सरकार को बहुसंखयक हिंदू समाज की भावनाओं से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि एक लोकप्रिय हिंदू  धर्मग्रंथ के विरुद्ध जो अनर्गल टिप्पणी की गई, वह संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति ने दीक्षांत समारोह जैसे सरकारी कार्यक्रम में की है। इसे राज्य सरकार की राय माना जाएगा, किसी का व्यक्तिगत विचार नहीं। 


सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से तीन सवालों के जवाब मांगे है। उन्होंने नीतीश कुमार से पूछा है कि वे अपने शिक्षा मंत्री के बयान के पक्ष में खड़े हैं या इसके विरुद्ध हैं? वहीं उन्होंने दूसरा सवाल किया है कि क्या मुख्यमंत्री स्वयं हिंदू विरोधी और मानस विरोधी हैं?  सुशील मोदी का तीसरा सवाल है कि वे शिक्षा मंत्री को हटायेंगे या उन्हें सिर्फ माफी मांगने के लिए कहेंगे? उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण में जदयू के नेता अपनी साझा सरकार के शिक्षा मंत्री के विरुद्ध नपे-तुले बयान देकर या मंदिर में मानस-पाठ कर राजमीतिक दिखावा कर रहे हैं। मां सीता की जन्मभूमि पर राज करने वाले लव-कुश समाज के मुख्यमंत्री अब राम-भक्तों के साथ हैं या श्रीराम और रामायण के निंदकों के साथ ? इस यक्ष-प्रश्न का उत्तर नीतीश कुमार को ही देना है।