Bihar Assembly Election 2025 : अनंत- सूरजभान और रीतलाल के गढ़ में वोटरों ने जमकर किया मतदान, 5 बजे तक 60 % से अधिक लोग पहुंचे वोटिंग सेन्टर; क्या हैं इसके मायने Bihar Election 2025: वोटिंग खत्म होने के बाद CEC की प्रेस कॉन्फ्रेंस, मिलेगी बिहार चुनाव से जुड़ी अहम जानकारी Bihar Election 2025: बिहार के इस इलाके में 20 साल बाद हुई वोटिंग, नक्सली हमले में 7 जवानों की गई थी जान Bihar Election 2025: बिहार के इस इलाके में 20 साल बाद हुई वोटिंग, नक्सली हमले में 7 जवानों की गई थी जान Bihar Election : योगी आदित्यनाथ ने बगहा में जनसभा को संबोधित, कहा - “लालटेन युग खत्म, अब एलईडी का दौर है” Bihar Election 2025: मात्र एक घंटे बचा मतदान का समय, घर से निकलकर करें मतदान; जानिए कैसा रहा है अबतक का मतदान? Bihar Election 2025: बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में प्रशासनिक पक्षपात का आरोप, आरजेडी ने बताया चुनाव को प्रभावित करने की साजिश Bihar Election 2025: बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में प्रशासनिक पक्षपात का आरोप, आरजेडी ने बताया चुनाव को प्रभावित करने की साजिश Bihar News: वोट डालने गई महिला ट्रेन हादसे में घायल, पैर कटने के बाद अस्पताल में इलाज जारी मोतिहारी में अखिलेश यादव और मुकेश सहनी की सभा: दोनों नेताओं ने एक सूर में कहा..अब NDA की विदाई तय
1st Bihar Published by: Updated Tue, 14 Jul 2020 10:14:46 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : दरभंगा स्थित पारस ग्लोबल हाॅस्पिटल दरभंगा के यूनिट हेड डॉ सुशील कुमार का मानना है कि वायरल संक्रमण (इंफेक्षन) के कारण कोविड 19 और फ्लू दोनों होते हैं. फ्लू के लक्षण 1 से 4 तथा कोरोना के लक्षण 1 से 14 दिन में विकसित होते हैं. फ्लू और कोरोना दोनों वायरल संक्रमण से होते हैं, फिर भी दोनों के लक्षण में कुछ अंतर हैं.
पारस ग्लोबल हाॅस्पिटल दरभंगा के यूनिट हेड डाॅ. डॉ सुशील कुमार ने कहा है कि वायरल संक्रमण (इंफेक्षन) के कारण कोविड 19 और फ्लू दोनों होते हैं. हल्का-फुल्का सर्दी जुकाम या सामान्य फ्लू भी आजकल लोगों को डरा रहा है. लोगों को लगता है कि कहीं उन्हें कोरोना वायरस ने तो नहीं जकड़ लिया. लोग तुरंत डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं. दरअसल, ज्यादातर वायरल या मौसमी बीमारियों की शुरुआत खांसी, जुकाम, गले में खराश से ही होती है. ये सारे लक्षण सामान्य फ्लू, सर्दी-जुकाम या फिर कोरोना के भी हो सकते हैं.
उन्होंने कहा कि हकीकत ये है कि इस इंफेक्शन में अंतर होता है. जब मौसम बदलने लगता है तो हममें से ज्यादातर लोग सर्दी-जुकाम या सामान्य वायरल या फ्लू की चपेट में आ जाते हैं. लक्षण के बारे में उन्होंने कहा कि फ्लू और कोविड 19 में कुछ अन्तर है. फ्लू के लक्षण आमतौर पर 1 से 4 दिन के अंदर दिखने को मिलते हैं जबकि कोविड 19 के लक्षण 1 से 14 दिन के बीच विकसित होते हैं. फिर भी 2020 के अनुसंधान के अनुसार कोविड 19 के बढ़ने (Median incubation) की अवधि 5.1 दिन है। तुलनात्मक रूप में ठंड के बढ़ने की अवधि 1 से 3 दिन है. बरसात में फ्लू होने पर लोगों को डरना नहीं चाहिए क्योंकि इसका लक्षण तेजी से उभरता है.
उन्होंने आगे कहा कि बच्चे और वयस्क दोनों में कोविड 19 के लक्षण समान हैं. बच्चों में आमतौर पर बुखार और हल्के ठंड के लक्षण के साथ नाक का बहना और खांसी के लक्षण षामिल होते हैं. इस बीमारी के हस्तांतरण (ट्रांसमिशन) के बारे में उन्होंने कहा कि कोविड 19 और फ्लू दोनों में वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संपर्क से जाता है. मुंह से खांसने तथा नाक से छींक के माध्यम से यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में जाता है. कोविड 19 और फ्लू कुछ समान लक्षण साझा करते हैं.
फ्लू तेज होते हैं और अधिक भिन्नता भी हो सकती है लेकिन कोविड 19 से गंभीर बीमारी या मृत्यु होने की अधिक संभावना रहती है. दोनों वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संपर्क से फैलते हैं. फ्लू तेजी से फैलता है और इसमें बच्चों को प्रभावित करने की अधिक संभावना रहती है.
कोविड 19 से बचने का सबसे अच्छा उपाय है सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जिसमें किसी से संपर्क नहीं रखना और यात्रा नहीं करना शामिल है. इसके लिए अपने शरीर और घर को स्वच्छ रखें. इसके लिए निश्चित अंतराल पर हाथ धोते रहें तथा घर की सतह तथा बर्तनों को साफ करते रहें.