ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: इन रेलवे स्टेशनों की कायापलट करने की तैयारी, 2 अतिरिक्त प्लेटफॉर्म, महानगरों के लिए हाई स्पीड ट्रेनें.. और भी बहुत कुछ Patna Crime News: पटना में गोली मारकर शख्स की हत्या, बदमाशों ने सरेआम गोलियों से भूना; ताबड़तोड़ फायरिंग से हड़कंप Apartment registry law : बिहार में फ्लैट खरीदने वालों के लिए बड़ा बदलाव, अब जमीन की नहीं होगी...जानिए नया नियम Bihar politics: देश की छवि खराब कर रही कांग्रेस –फायरब्रांड मंत्री गिरिराज सिंह का तीखा वार Bihar expressway: यहाँ जाने वालों के लिए बन रहा है फोरलेन एलिवेटेड रोड, अब सफर होगा आसान ! Road Accident: सड़क हादसे में बारात से लौट रहे 3 लोगों की मौत, कई घायल Bihar Crime News: अवैध नर्सिंग होम में जच्चा-बच्चा की मौत, डॉक्टर फरार Arif Mohammad Khan : सोये प्रशासन और कुलपति को जगाएंगे राज्यपाल साहब ...बोले यूनिवर्सिटी ज्ञान का मंदिर है, बमबाजी और गुंडागर्दी नहीं चलेगी! Bihar politics: बिहार में सियासी घमासान तेज़! मई के अंत में एक साथ आएंगे पीएम मोदी और राहुल गांधी Illegal Bangladeshi Immigrants: 18 लाख राशन कार्ड रद्द, सैकड़ों अवैध बांग्लादेशियों को भेजा गया वापस

पटना AIIMS मामले में NHRC ने एम्स डायरेक्टर और DGP को भेजा नोटिस, इस दिन तक देना होगा जवाब

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 08 Oct 2023 10:04:18 AM IST

पटना AIIMS मामले में NHRC ने एम्स डायरेक्टर और DGP को भेजा नोटिस, इस दिन तक देना होगा जवाब

- फ़ोटो

PATNA : बिहार के पटना एम्स में 4 और 5 अक्टूबर को कैंसर के मरीज के अलावा एक अन्य मरीज के परिजनों पर निजी सुरक्षाकर्मियों के द्वारा किये गये जानलेवा हमले के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पटना के डायरेक्टर और बिहार के डीजीपी को नोटिस भेजी है। एनएचआरसी ने इसकी रिपोर्ट चार दिन के अंदर सौंपने को कहा है। एनएचआरसी ने मानवाधिकार कार्यकर्ता विशाल रंजन दफ्तुआर के पत्र पर त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मामले की जांच शुरू कर दी है। 


दरअसल ,एनएचआरसी ने बिहार के चीफ सेक्रेटरी को इस मामले में आयोग के निर्देश के अनुपालन हेतु कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,नई दिल्ली ने पटना एम्स के डायरेक्टर और बिहार डीजीपी को भेजी गई नोटिस में कहा है कि मानवाधिकार कार्यकर्ता विशाल रंजन दफ्तुआर की शिकायत पर आयोग ने विचार किया है, जो पूरी तरह से मानवाधिकार हनन से जुड़ा मामला है। 


राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने अपनी इस त्वरित कार्रवाई की प्रति मुख्य सचिव, बिहार सरकार को भेजकर उपरोक्त प्राधिकारियों द्वारा आयोग के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराने का भी निर्देश दिया है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने जारी नोटिस में लिखा है कि- मरीज के परिजनों दीपक कुमार और जीतेंद्र कुमार के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कार्यकर्ता विशाल रंजन दफ्तुआर से 06/10/2023 को प्राप्त शिकायत/सूचना को आयोग के समक्ष 07/10/2023 को रखी गई थी।आयोग ने इसका अवलोकन करने के बाद निम्नलिखित आदेश पारित किया है। 


मालूम हो कि,5 और 6 अक्टूबर को पटना एम्स में सुरक्षाकर्मियों ने दो मरीजों के परिजनों को लाठी डंडों से बुरी तरह पीटा था। इस पिटाई से एक मरीज के परिजन बेहोश हो गये थे, जबकि दूसरे परिजन का सिर फट गया था। घटना के बाद पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें साफ दिख रहा था कि कुछ सुरक्षाकर्मी एक मरीज के परिजन को दौड़ा-दौड़ाकर पीट रहे हैं। इलाज के लिए सारण से आया मरीज कैंसर से पीड़ित था। बाताया जाता है कि उसे बेड नहीं मिलने पर परिजन उग्र हो गए और एम्स के सुरक्षाकर्मी उन्हें पीटने लगे। 


आपको बताते चलें कि, सिवान की महिला मरीज अनिता देवी के पति विजेंद्र गुप्ता की भी एम्स के गार्ड ने पिटाई कर दी। जिससे उनका सिर फट गया।  विजेंद्र गुप्ता के सिर पर कई टांके लगाए गए। जिसके बाद मामलों की शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी पहुंच गई। जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एनएचआरसी ने एम्स के डायरेक्टर और बिहार के डीजीपी को नोटिस भेजकर रिपोर्ट मांगी है। हालांकि, एम्स प्रशासन ने पहले ही इन दोनों घटनाओं की निष्पक्ष जांच के लिए एक कमेटी गठित कर दी थी। इसके साथ ही इस मामले में संलिप्त पाए गए तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है और गार्ड को संस्थान से निष्कासित कर दिया गया।