PATNA: नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव आज देर शाम दिल्ली से पटना लौंटे। पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए सबसे पहले पिता लालू प्रसाद यादव की सेहत के बारे में बताया। तेजस्वी ने कहा कि उनका क्रिएटिन बढ़ा हुआ है। बुखार आने के बाद परसों ज्यादा तकलीफ में थे जिसके बाद अस्पताल में जांच कराया गया। कमजोरी महसूस कर रहे थे। जांच में पता चला कि उनका क्रिएटिन बढ़ा हुआ है। अभी भी इलाज चल रहा है। डॉक्टर ने कई चीजों से परहेज करने को कहा है। उनका शुगर अचानक हाई के बाद लो हो गया था।
शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री के शपथ पर तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर हमला बोला। तेजस्वी ने कहा कि शराबबंदी को लेकर सीएम ने शपथ ली और दिलवायी अच्छी बात है लेकिन जब शपथ लेने वाला ही अमल ना करे तो इस पर क्या कहना। जहां तक नीतीश की शपथ की बात करे तो एक शपथ और भी था जिसे नीतीश कुमार ने लिया था। नीतीश कुमार ने कहा था कि मिट्टी में मिल जाऊंगा लेकिन भाजपा में नहीं जाऊंगा। विधानसभा में खड़े होकर नीतीश कुमार ने यह बयान दिया था। क्या अपने उस बयान पर नीतीश कुमार ने अमल किया? मिट्टी में मिल जाऊंगा वाली शपथ से बड़ा कोई शपथ नहीं हो सकता।
बिहार में मिल रही महंगी बिजली पर पर तेजस्वी ने नीतीश कुमार को घेरा। कहा कि देश में सबसे ज्यादा महंगा बिजली यदि कही है तो वह बिहार में है। इस पर नीतीश जी का कोई ध्यान नहीं है। जबकि नीतीश जी को इस मामले पर ध्यान रखनी चाहिए। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में प्रोडक्शन कम है। बिजली को लेकर हम दूसरों पर निर्भर हैं बिजली लेते किसी और से है जिसके कारण महंगे दाम पर बिजली बेचते हैं। बिहार के लोगों के दूसरे राज्यों से महंगा बिजली मिलता है। यदि अपना प्रोडक्शन करेंगे तब बिजली सस्ता हो जाएगा और आमलोगों को भी इससे राहत मिलेगी।
वही राजद विधायक फतेह बहादुर सिंह के होटल में छापेमारी पर तेजस्वी ने कहा कि कानून अपना काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि ईमानदार पुलिस वाले अपना काम करें। सचिवालय के बाहर भी शराब की खाली बोतलें मिली थी उसका क्या हुआ?
तेजस्वी ने यह पूछा कि NDA के 16 वर्षों में बिहार को क्या मिला? और इसे तेजस्वी ने आंकड़ों के जरीये बताने की कोशिश की। बिहार गरीबी में नंबर-1, अपराध में नंबर-1,पलायन में नंबर-1,कुपोषण में नंबर-1,भ्रष्टाचार में नंबर-1,बेरोजगारी में नंबर-1,शिशु मृत्यु दर में नंबर-1,शिक्षा में-0,स्वास्थ्य में-0,उद्योग-धंधों में-0,औद्योगीकरण में-0, IT और IT Parks में-0, नौकरी-रोजगार देने में-0
UPA-1 के कार्यकाल में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी के नेतृत्व में राजद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी। लालू जी रेल मंत्री थे और रघुवंश बाबू ग्रामीण विकास मंत्री थे। यूपीए में ग़रीबों की भलाई के लिए नीतियाँ बनी। मनरेगा के चलते ग़रीबी में भारी कमी आयी थी। लालू जी ने बिहार को 1 लाख 44 हज़ार करोड़ का पैकेज दिलाया था। लालू जी अपने बहुमत के दम पर बाढ़ के लिए अलग सहायता राशि दिलाते थे। नीतीश कुमार के सारे MP गूँगे-बहरे और अंधे है। ये सत्ता लोभ में कुछ भी नहीं बोलते, सुनते और देखते है। अब डबल इंजन सरकार में बिहार को क्या मिला? विशेष राहत के दर्जे का क्या हुआ? डबल इंजन सरकार में तो बेरोज़गारी, ग़रीबी और पलायन ट्रिपल हो गया। बिहार में अब हर क्षेत्र में ट्रबल ही ट्रबल है।