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1st Bihar Published by: Updated Tue, 09 Nov 2021 02:48:02 PM IST
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RANCHI: रांची पहुंची पटना पुलिस की टीम ने झारखंड हाईकोर्ट के वकील को बगैर किसी को सूचना दिये उठा ले गयी। मामला हाईकोर्ट पहुंचा तो कोर्ट की डबल बेंच छुट्टी के दिन भी बैठी और मामले की सुनवाई की। इसके बाद नाराज हाईकोर्ट ने पटना के साथ-साथ रांची पुलिस से भी जवाब मांगा है। हाईकोर्ट ने बिहार के गृह सचिव को भी इस मामले में प्रतिवादी बनाने का निर्देश दिया है. बिहार के गृह सचिव को भी इस मामले में कोर्ट के समक्ष जवाब देना पड़ सकता है।
मंगलवार को झारखंड हाईकोर्ट में अवकाश था लेकिन कोर्ट में जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद और जस्टिस आनंद सेन की खंडपीठ बैठी. कोर्ट के समक्ष वकील रजनीश वर्धन को पटना पुलिस द्वारा उठा लिये जाने का मामला लाया गया था. हाईकोर्ट की खंडपीठ ने रांची के एसएसपी और दानापुर के एसपी को जवाब देने को कहा है. इसके साथ ही बिहार के गृह सचिव को प्रतिवादी बनाने का निर्देश दिया. सभी पक्षों को अगली सुनवाई यानि 25 नवंबर से पहले जवाब देने को कहा गया है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता औऱ सरकार के एपीपी रजनीश वर्धन को सोमवार को पटना पुलिस उठा ले आयी. पटना पुलिस ने उनके परिजनों को कोई खबर नहीं दी कि उन्हें क्यों औऱ कहां ले जाया जा रहा है. वकील की पत्नी ने झारखंड हाईकोर्ट के एडवोकेट एसोसिएशन को इसकी जानकारी दी. एसोसियेशन के एक्शन में आने के बाद पटना पुलिस ने वकील से पूछताछ के बाद उन्हें काफी देर बाद छोड़ दिया.
इस बीच अधिवक्ता की पत्नी ने झारखंड हाईकोर्ट में हैवियस कॉर्पस याचिका यानि की बंदी प्रत्यक्षीकरण ऑनलाइन दायर कर दी. याचिका में कहा गया पटना पुलिस बगैर कोई जानकारी दिये उनके पति रजनीश वर्धन को अपने साथ उठा ले गयी. उन पर क्या आरोप है और उन्हें कहां ले जाया जा रहा है इसकी कोई जानकारी नहीं दी गयी. अधिवक्ता की पत्नी ने कोर्ट से कहा कि वह पुलिस को उनके पति को प्रस्तुत करने का निर्देश दे.
वकील रजनीश वर्धन की पत्नी द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई के लिए झारखंड हाईकोर्ट की खंडपीठ अवकाश के बावजूद मंगवार को बैठी. कोर्ट ने पूरे प्रकरण पर नाराजगी जतायी और पटना के साथ साथ रांची पुलिस से भी जवाब मांगा. बिहार के गृह सचिव को भी मामले में पार्टी बनाने का निर्देश दिया गया है. हम आपको बता दें कि वकील रजनीश वर्धन रांची के रातू रोड के सुखदेवनगर थाना क्षेत्र में रहते हैं. चर्चा ये है कि गबन के एक मामले में पटना पुलिस उन्हें ले गयी थी. हालांकि उन पर लगे आरोपों की पुष्टि नहीं हो पायी है.