BIHAR: सीतामढ़ी में इंटर छात्र को सिर में गोली, हालत नाजुक, आपसी विवाद में चली गोली BIHAR: आर्थिक तंगी और बीमारी से परेशान पूर्व मुखिया ने पत्नी की गोली मारकर की हत्या, फिर खुद को भी मारी गोली Bihar News: बिहार को जल्द मिलेगा चौथा एयरपोर्ट, विधानसभा चुनाव से पहले पूर्णिया हवाई अड्डा से उड़ान भरने की तैयारी Bihar News: पटना को एक नई स्वास्थ्य सुविधा की सौगात, राज्यपाल ने मौर्या सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का किया उद्घाटन Bihar Crime News: लंबे समय से फरार हार्डकोर महिला नक्सली अरेस्ट, पुलिस और बिहार STF का एक्शन Bihar Crime News: लंबे समय से फरार हार्डकोर महिला नक्सली अरेस्ट, पुलिस और बिहार STF का एक्शन Bihar Politics: ‘लालू-राबड़ी के राज में बिहार के आधा दर्जन चीनी मिलों में लटक गया था ताला’ मंत्री संतोष सुमन का आरजेडी पर बड़ा हमला Bihar Politics: ‘लालू-राबड़ी के राज में बिहार के आधा दर्जन चीनी मिलों में लटक गया था ताला’ मंत्री संतोष सुमन का आरजेडी पर बड़ा हमला BIHAR: फ्री में मटन नहीं देने पर दुकानदार को मारा चाकूा, 12 हजार कैश लूटकर फरार हुआ अपराधी Bihar Crime News: बिहार में शादी से पहले फरार हो गया दूल्हा, मंडप में इंतजार करती रह गई दुल्हन; थाने पहुंचा मामला
1st Bihar Published by: Updated Wed, 08 Sep 2021 02:35:45 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : इस वक्त एक बड़ी खबर राजधानी पटना से सामने आ रही है. आय से अधिक संपत्ति के मामले में MVI विनोद कुमार के कई ठिकानों पर आर्थिक अपराध इकाई द्वारा छापेमारी की गई है. पटना, बक्सर से लेकर भोजपुर और उनके पैतृक आवास पर पुलिस की रेड पड़ी है. आर्थिक अपराध इकाई की टीम छापेमारी कर रही है. पता चला है कि छापेमारी दल को कई सबूत मिले हैं. सर्ज वांरट मिलने के बाद आर्थिक अपराध इकाई ने MVI विनोद कुमार पर शिकंजा कसा है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, MVI विनोद कुमार के पटना स्थित रूपसपुर के शांति एन्क्लेव समेत दो फ्लैट में एक साथ छापेमारी की जा रही है. इसके अलावा उनके बक्सर, भोजपुर के भी कई ठिकानों पर EOU की रेड पड़ी है. विनोद कुमार के पैतृक आवास पर भी छापेमारी की जा रही है. आर्थिक अपराध इकाई की इस कार्रवाई के बाद से हड़कंप मच गया है.
बता दें कि एमवीआई (मोटरयान निरीक्षक) विनोद कुमार भोजपुर में तैनात थे. अवैध खनन में संलिप्तता के बाद आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच के घेरे में थे. सरकार ने उन्हें बालू कांड में संलिप्त पाए जाने के बाद निलंबित भी कर दिया था. उनपर आरोप था कि उपसचिव की ओर से जारी बालू उत्खनन का कार्य ठेकेदारों की ओर से बंद करने के आदेश के बावजूद उनके द्वारा अवैध बालू उत्खनन में संलग्न लोगों की मदद की जा रही थी. इसलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था.