PATNA: बिहार में जातीय जनगणना का रास्ता साफ हो गया। पटना हाईकोर्ट ने जातीय जनगणना के खिलाफ दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया।हाईकोर्ट ने नीतीश सरकार के पक्ष में फैसला देते हुए कहा कि बिहार में जाति आधारित गणना होगी। बिहार सरकार के पक्ष में आए फैसले का जेडीयू और आरजेडी नेताओं ने स्वागत किया है।
जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि जातीय गणना के विरुद्ध माननीय उच्च न्यायालय ने याचिका खारिज किया है उसका स्वागत है। भारतीय जनता पार्टी द्वारा जातीय गणना रोकने का षड्यंत्र विफल हुआ और जातीय गणना का रास्ता प्रशस्त हुआ। जातीय गणना राज्य हित में है और यह पूरे देश में होना चाहिए।
वही जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा का कहना है कि जनता के हित के लिए यह फैसला हुआ है। सामाजिक न्याय के लोगों के खिलाफ जो लोग थे उनके गाल पर तमाचा लगा है। इस फैसले से बहुत राहत हुई है और हम समझते हैं कि यह फैसला जनहित में हुआ है।
जबकि जेडीयू नेता व मंत्री विजय चौधरी ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि उच्च न्यायालय का फैसला स्वागत योग्य है। विजय चौधरी ने कहा कि जातीय गणना के माध्यम से सभी की संख्या का आकलन करेंगे। सरकार के लिए संतोष की बात यह है कि सरकार की नीति और नीयत दोनों की जीत हुई है। हम हर हाल मेंं जातीय गणना कराने के पक्ष में थे। जो रोक लगाई गई थी उसे हटा दिया गया है। सरकार की मनसा पर जो प्रश्नचिन्ह लगा रहे थे आज वो चुप हैं।
विजय चौधरी ने कहा कि न्यायालय ने सरकार की बात सुनकर रोक हटाई है। बीजेपी की मनसा साफ नहीं है यह बात बिहार के लोग भी जानते हैं। इस फैसले के खिलाफ जो लोग न्यायालय गए उनका जुड़ाव पता किया जाए। विजय चौधरी ने कहा कि न्यायालय में पेंच फंसाने का काम जो हो रहा है उसके पीछे बीजेपी है। किसी भी तरह इस काम को रोका जाए। आज खुशी की बात है कि जातीय आधारित गणना को आगे बढ़ाने की इजाजत दी गयी है। यह एक प्रगतिशील फैसला है।
वही RJD कोटे से आने वाले मंत्री रामानंद यादव ने कहा कि बिहारी ही नहीं पूरे देश में जातीय गणना होनी चाहिए। जाति आधारित गणना को लेकर हाईकोर्ट के फ़ैसले का बिहार के खनन मंत्री रामानन्द यादव ने स्वागत किया। मंत्री ने कहा हाईकोर्ट के फ़ैसले का हम स्वागत करते है। बीजेपी ने इस मामले को लेकर काफ़ी अड़ंगा लगाने का काम किया था लेकिन आज हाईकोर्ट ने जो फ़ैसला सुनाया है यह स्वागत योग्य है। अब बिहार में जाति आधारित गणना का काम होगा।
जबकि राजद नेता शक्ति यादव ने कहा कि यह जीत सरकार की नहीं जानता की जीत है। बीजेपी की निरंकुश सरकार के खिलाफ यह बड़ी जीत है। जब INDIA गठबंधन की सरकार बनेगी तो बिहार ही नहीं पूरे देश में जाति आधारित गणना होगा।
गौरतलब है कि बिहार में जाति की गणना की शुरुआत सात जनवरी से हुई थी. पहले फेज का काम पूरा हो गया था. इसके बाद दूसरे फेज का काम 15 अप्रैल से शुरू किया गया था. इसी बीच चार मई को पटना हाईकोर्ट ने अपने एक अंतरिम आदेश में जाति आधारित गणना पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया था. सरकार ने कोर्ट में कहा था कि जातीय गणना का लगभग 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है.