MUZAFFARPUR: दो कुख्यात अपराधियों की 10 करोड़ से अधिक की संपत्ति होगी जब्त, कोर्ट का सख्त आदेश मधुबनी में दो सगे भाईयों की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत, बेलगाम ट्रक ने दोनों को रौंदा MUZAFFARPUR: ज्वेलरी शॉप लूटकांड मामले का खुलासा, लूटे गये आभूषण के साथ मां-बेटा गिरफ्तार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के सामने झुक गया पाकिस्तान, रोहित सिंह बोले..देश को अपने प्रधानमंत्री और सेना पर गर्व अरवल में 2 थानेदार का तबादला: मानिकपुर और SC/ST थाने की सौंपी गई जिम्मेदारी GOPALGANJ: गंडक नदी से मिला लापता व्यवसायी का शव, हत्या की आशंका जता रहे परिजन गया में महिला की इलाज के दौरान मौत, गुस्साए परिजनों ने किया जमकर हंगामा, डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप Bihar News: बरसात से पहले गड्ढा मुक्त होंगी ग्रामीण सड़कें , बिहार सरकार ने शुरू की बड़ी तैयारी Bihar News: बरसात से पहले गड्ढा मुक्त होंगी ग्रामीण सड़कें , बिहार सरकार ने शुरू की बड़ी तैयारी India Pakistan Ceasefire: युद्ध विराम पर मुकेश सहनी ने PAK को दी सलाह, कहा..अब पाकिस्तान को आतंकवादियों के सफाए की लड़ाई लड़नी चाहिए
1st Bihar Published by: Updated Wed, 17 Jun 2020 03:17:35 PM IST
- फ़ोटो
DELHI : अभी-अभी पीएम मोदी ने भारत-चीन सीमा पर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए देश को बड़ा संदेश भी दिया है। उन्होनें दो टूक कहा है कि देश के जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।किसी भी कीमत पर देश की अखंडता से समझौता नहीं किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो रही मीटिंग में गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों के लिए 2 मिनट का मौन रखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। भारत शांति चाहता है लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में यथोचित जवाब देने में सक्षम है। हम भारत की अखंडता के साथ किसी तरह का समझौता नहीं कर सकते।
पीएम ने कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन जवाब देना भी जानता है। भारत अपनी अखंडता से समझौता नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि हमें अपने जवानों पर गर्व करना चाहिए, वे मारते-मारते शहीद हुए हैं।
इस बीच मिल रही खबरों के मुताबिक चीन के खिलाफ भारत कड़े आर्थिक फैसले कर सकता है।उन प्रोजेक्ट को रद्द किया जा सकता है, जिनमें चीनी कंपनियों ने करार हासिल किए है। इनमें मेरठ रैपिड रेल का प्रोजेक्ट भी शामिल है, जिसकी बिड चीनी कंपनी ने हासिल की है। बताया जा रहा है कि चीना सीमा पर विवाद के बाद भारत सरकार ने उन प्रोजेक्ट की समीक्षा शुरू कर दी है, जो चीनी कंपनियों को दी गई है।