Bihar election 2025 : मुकेश सहनी को तेजस्वी यादव से 18 सीटें देने पर बनी सहमति, कांग्रेस और वाम दलों के बीच जारी संघर्ष Bihar Election 2025: सम्राट और पांडे लड़ेंगे विधानसभा चुनाव: चैलेंज करने वाले जनसुराज के संस्थापक खुद हटे पीछे, चुनाव लड़ने पर किया खुलासा CBSE New Notice: CBSE छात्रों को अलर्ट – 3 दिन में पूरा करें रजिस्ट्रेशन वरना हो सकती है परेशानी Bihar Assembly Election: बिहार चुनाव में मनी पावर रोकने के लिए चुनाव आयोग का सख्त निर्देश, अब तक 33.97 करोड़ की जब्ती Bihar Election: बिहार में यहां BJP को बड़ा झटका, दशकों पुराने नेता ने छोड़ा पार्टी का दामन बिहार चुनाव 2025: नेताओं की पार्टी बदलने और टिकट बंटवारे से उलझा चुनावी मैदान; उम्मीदवारी गई तो विदा हो गए, बात बनी तो आ गए वापस Bihar Election 2025: बिहार में योगी के अधिकारी करवाएंगे चुनाव, निर्वाचन आयोग ने जारी किया निर्देश Bihar Election 2025 : JDU का कैंडिडेट तय; आज जारी होगी पहली लिस्ट, चुनाव प्रचार करने निकल रहे नीतीश Internship: जल शक्ति मंत्रालय में इंटर्नशिप का मौका! हर महीने मिलेंगे 15,000 स्टाइपेंड, जानें कब तक कर सकते है आवेदन Bihar Assembly Election 2025 : विजय कुमार सिन्हा और सुनील कुमार का नामांकन आज; दिल्ली की सीएम के साथ पहुंचे पहुंचेंगे डीएम ऑफिस; जुटेगा समर्थकों की भीड़
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 02 Sep 2023 07:36:42 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि डबल मर्डर केस में सुप्रीम कोर्ट से उम्र कैद की सजा पाने वाले पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह को लालू प्रसाद और नीतीश कुमार का संरक्षण प्राप्त था। 28 साल पहले 1995 में प्रभुनाथ सिंह ने छपरा के एक पोलिंग बूथ के पास दो व्यक्तियों को सिर्फ इसलिए गोली मार दिया था कि दोनों ने उन्हें वोट नहीं दिया था। उस समय बिहार में बाहुबली लोकतंत्र की नरेटी पकड़े हुए थे।
उन्होंने कहा कि उस भयावह हत्याकांड के समय लालू प्रसाद मुख्यमंत्री थे और सुप्रीम कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में अभियुक्त प्रभुनाथ सिंह को सत्ता का संरक्षण प्राप्त होने का उल्लेख भी किया है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व सांसद को "सबूत के अभाव में" बरी करने के ट्रायल कोर्ट और हाई कोर्ट के फैसलों को पलटते हुए जो टिप्पणी की है, वह याद दिलाती है कि लालू-राबड़ी राज में सत्ता ने पुलिस, गवाह, सरकारी वकील और अदालत तक को कैसे बेमानी कर दिया गया था।
सुशील मोदी ने कहा कि दोहरे हत्याकांड का मुकदमा चलने पर मुख्य गवाह और मृतक की मां लालमुनी देवी को अगवा कर लिया गया था। दूसरे गवाहों को डरा कर प्रभुनाथ सिंह ने अपने पक्ष में कर लिया था और सरकारी वकील अभियुक्त की सहायता कर रहा था। इसी मामले की सुनवाई के दौरान ट्रायल कोर्ट में जज के सामने गवाहों पर हमला हुआ, लेकिन जज साहब ने मामला दर्ज करने की हिम्मत नहीं की।
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद के संरक्षण से शहाबुदीन, पप्पू यादव, राजबल्लभ यादव, अनंत सिंह, आनंद मोहन, मुन्ना शुक्ला जैसे कई लोग बाहुबली बने और बिहार की छवि धूमिल हुई। जो लोग कानून को रौंद कर चुनाव जीतते और राज करते थे, वे ही आज लोकतंत्र और संविधान बचाने की बात कर रहे हैं।