ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: बिजली टावर पर चढ़ा बुजुर्ग, हाईटेंशन तार पर लटकने के बाद खेत में गिरा, बाल-बाल बची जान Bihar News: बिहार में शांतिपूर्ण चुनाव को लेकर प्रशासन सतर्क, शिवहर में SSB जवानों ने किया फ्लैग मार्च Bihar News: बिहार में शांतिपूर्ण चुनाव को लेकर प्रशासन सतर्क, शिवहर में SSB जवानों ने किया फ्लैग मार्च Bihar Politics: चिराग पासवान ने जीजा अरुण भारती को सौंपी बिहार की कमान, दे दी यह बड़ी जिम्मेवारी Bihar Politics: चिराग पासवान ने जीजा अरुण भारती को सौंपी बिहार की कमान, दे दी यह बड़ी जिम्मेवारी Bihar Politics: छठ महापर्व को लेकर रेलवे का बड़ा फैसला, बिहार के लिए चलेंगी 12 हजार स्पेशल ट्रेनें; सम्राट चौधरी ने जताया आभार Bihar Politics: छठ महापर्व को लेकर रेलवे का बड़ा फैसला, बिहार के लिए चलेंगी 12 हजार स्पेशल ट्रेनें; सम्राट चौधरी ने जताया आभार Bihar Politics: महागठबंधन में मुकेश सहनी ने किया उपमुख्यमंत्री पद पर दावा, बोले- तेजस्वी सीएम, मैं डिप्टी सीएम बनूंगा Bihar Politics: महागठबंधन में मुकेश सहनी ने किया उपमुख्यमंत्री पद पर दावा, बोले- तेजस्वी सीएम, मैं डिप्टी सीएम बनूंगा बिहार सरकार ने दिवाली की छुट्टी की तारीख बदली, अब इस दिन रहेगा सरकारी अवकाश

चाह कर भी खासमखास कैशर को नहीं बचा पायीं एसएसपी मैडम, विरोध के बाद करना पड़ा ट्रांसफर

1st Bihar Published by: 9 Updated Thu, 25 Jul 2019 07:47:28 AM IST

चाह कर भी खासमखास कैशर को नहीं बचा पायीं एसएसपी मैडम, विरोध के बाद करना पड़ा ट्रांसफर

- फ़ोटो

PATNA : राजधानी पटना के जिन 4 थानेदारों का तबादला किया गया है उनमें एसएसपी गरिमा मलिक के बेहद खास फुलवारीशरीफ थानाध्यक्ष कैशर आलम भी शामिल हैं। माना जा रहा है कि लाख मशक्कत के बावजूद एसएसपी मैडम अपने करीबी कैशर आलम को नहीं बचा सकीं। बुधवार को एसएसपी गरिमा मलिक ने जिस ट्रांसफर लिस्ट पर मुहर लगाई उसमें फुलवारीशरीफ थानाध्यक्ष कैशर आलम को विशेष सूचना इकाई पटना में पोस्टिंग दी गई है। फुलवारीशरीफ में जमे कैशर आलम का रुतबा कितना बड़ा था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मद्य निषेध के आईजी रत्न संजय ने जिन थानेदारों के खिलाफ अपनी रिपोर्ट दी थी उन सभी का तबादला हो गया था। लेकिन उस लिस्ट में शामिल फुलवारीशरीफ थानाध्यक्ष कैशर आलम का बाल भी बांका नहीं हुआ। फुलवारीशरीफ में कैशर आलम का लगातार विरोध हो रहा था। दो दिन पहले भी सभी राजनीतिक दलों के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने कैसर आलम के खिलाफ मोर्चा बनाते हुए प्रदर्शन भी किया था। थानाध्यक्ष के इस विरोध को देखते हुए एसएसपी गरिमा मलिक पर दबाव बढ़ गया और आखिरकार उन्हें अपने करीबी थानेदार का भी ट्रांसफर करना पड़ा।