राहुल गांधी आज खाली कर देंगे सरकारी बंगला, खुद अधिकारियों को सौंपेंगे चाबी, जानिए कहां होगा नया ठिकाना

 राहुल गांधी आज खाली कर देंगे सरकारी बंगला, खुद अधिकारियों को सौंपेंगे चाबी, जानिए कहां होगा नया ठिकाना

DELHI : मोदी उपनाम को लेकर मुश्किलों में फसें कांग्रेस नेता और निलंबित सांसद राहुल गांधी आज अपना आधिकारिक बंगला खाली कर देंगे। इसको राजधानी दिल्ली के 12, तुगलक लेन में सरकारी आवास मिला हुआ था। वह 2004 से यहां रह रहे थे। लेकिन, अब आज वो इसे खाली कर देंगे। इसके बाद राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के आधिकारिक आवास 10, जनपथ में शिफ्ट हो गए हैं, जहां उन्होंने पिछले एक हफ्ते में अपना अधिकांश सामान पहले ही स्थानांतरित कर दिया है। 


दरअसल, राहुल गांधी को  सासंद के रूप में अयोग्य घोषित किए जाने के बाद उनसे 22 अप्रैल तक परिसर खाली करने के लिए कहा गया था। जिसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने 14 अप्रैल को ही अपने कार्यालय और कुछ निजी सामान को बंगले से स्थानांतरित कर दिया था। वहीं, गांधी ने शुक्रवार शाम को अपने बचे हुए सामान को उस बंगले से हटा लिया।यह बंगला उन्हें एक सांसद के रूप में आवंटित किया गया था।  लेकिन, अब उनको निलंबित कर दिया है इस लिहाजा उन्हें 12,तुगलक लेन बंगला खाली करना होगा।  राहुल आज इस बंगले की चाभी लोकसभा सचिवालय को सौंप देंगे। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को मोदी उपनाम से संबंधित मामले में टिप्पणी को लेकर गुजरात की एक अदालत द्वारा दो साल की सजा सुनाई गई थी। 



मालूम हो कि,राहुल करीब दो दशक से इस बंगले में रह रहे थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अपना कार्यालय बदलने के बाद, वह पहले से ही अपनी मां और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ उनके 10, जनपथ स्थित आवास पर रहना शुरू कर चुके हैं। राहुल को  सूरत की एक अदालत ने 23 मार्च को गांधी को मानहानि का दोषी ठहराया था और उन्हें दो साल की सजा सुनाई थी, जिसके बाद वह सांसद के रूप में अयोग्य घोषित किए गए थे। 



आपको बताते चलें कि, राहुल गांधी की सूरत की सत्र अदालत में मजिस्ट्रेट अदालत के आदेश को चुनौती दी थी, जिसने सजा को रद्द करने की उनकी अपील को खारिज कर दिया था। पार्टी ने कहा है कि सत्र अदालत के आदेश को अगले हफ्ते गुजरात उच्च न्यायालय में चुनौती दी जाएगी। लोकसभा सचिवालय ने अयोग्य ठहराए जाने के अगले दिन राहुल गांधी को नोटिस भेजकर उनसे 22 अप्रैल तक बंगला खाली करने को कहा था।