Bihar: शादी में नर्तकियों के बीच हर्ष फायरिंग करना पड़ गया महंगा, वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने युवक को दबोचा वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने किया एलान, हमारी आगे की लड़ाई ‘गिनती के बाद हिस्सेदारी’ की जाकिर बन गया जगदीश: 8 मुसलमानों ने हिन्दू धर्म को अपनाया, हवन और वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुद्धिकरण HAJIPUR: जननायक एक्सप्रेस से 8 किलो अफीम बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार ISM में वेदांता इंटरनेशनल और ICICI बैंक के कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव 2025 का आयोजन, कई छात्र-छात्राओं का हुआ चयन Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुंगेर में शरारती तत्वों ने चलाया बत्ती गुल अभियान, डॉक्टर ने लाइट्स बंद नहीं किया तो जान से मारने की दी धमकी Bihar News: वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत, बारिश के दौरान हुआ हादसा मधुबनी में दहेज दानवों की करतूत: दो लाख रूपये के लिए 2 बच्चों की मां की पीट-पीटकर हत्या
1st Bihar Published by: 2 Updated Wed, 26 Jun 2019 12:03:58 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में AES बीमारी से 170 से ज्यादा मासूमों की मौत हो गई. उससे ज्यादा बच्चे अभी भी जिंदगी के लिए मौत से लड़ रहे हैं. लेकिन खुद को गरीब, दलित और अकलियत का मसीहा घोषित करने वाले राम विलास पासवान को बर्थ डे विश करने से फुर्सत नहीं मिल रही है. मुजफ्फरपुर के मासूमों से नफरत क्यों ? पिछड़ों के नाम पर राजनीति कर दिल्ली दरबार में जगह बना चुके रामविलास पासवान को इतनी फुर्सत नहीं की वो मासूमों की मौत पर संवेदना के 2 शब्द ही बोल दें. राजस्थान में पंडाल हादसे में 14 लोगों मौत पर दुख जताना रामविलास पासवान का याद रहता है, लेकिन जिस मिट्टी से जुड़ाव का दावा है वहां 170 से ज्यादा मासूम मर गए लेकिन केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान उनके लिए न तो वक्त निकाल सके न ही ट्वीट कर संवेदना के 2 शब्द कहने का जहमत उठा सके. बर्थडे, बधाई, सब पर मुखर तो मुजफ्फरपुर पर मौन क्यों? केंद्रीय मंत्री रामविलास पास ट्वीटर पर खूब एक्टिव हैं. ऐसा कोई दिन नहीं जाता जब वो किसी का बर्थ डे, खिलाड़ियों को बधाई या फिर अपने राजनीति सफर की चर्चा करना ट्वीटर पर भूल जाएं लेकिन बिहार में AES से मासूमों की मौत का मामला शायद उनकी नजरों में इतना बड़ा नहीं कि वो इस पर अपनी चुप्पी तोड़ पाएं.