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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से बजट सत्र का आगाज, बोलीं- राजपथ कर्तव्य पथ बन गया

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 31 Jan 2023 12:08:06 PM IST

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से बजट सत्र का आगाज, बोलीं- राजपथ कर्तव्य पथ बन गया

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DELHI: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ ही आज से संसद का बजट सत्र शुरू हो गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपना पहला अभिभाषण दिया। इसके बाद वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण देश के सामने इकोनॉमिक सर्वे पेश करेंगीं। अभिभाषण के दौरान उन्होंने कहा कि ये युग निर्माण का अवसर, हमें आत्मनिर्भर भारत बनाना है। हमारी सरकार गुलामी की मानसिकता से आजादी दिला रही है। आज राजपथ कर्तव्य पथ बन गया है।


इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि अमृतकाल के 25 वर्ष का कालखंड विकसित भारत के निर्माण का कालखंड है। ये हमारे सामने युग निर्माण का अवसर है। हमें 2047 तक ऐसे राष्ट्र का निर्माण है, जो अतीत के गौरव से जुड़ा हो और आधुनिकता का भी हर अध्याय जुड़ा हो। हमें ऐसा भारत बनाना है, जो आत्मनिर्भर हो। ऐसा भारत हो जिसमें गरीबी ना हो। जिसका मध्यमवर्ग भी वैभव से युक्त हो। इसमें सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास भी जुड़ गया। यही मंत्र विकसित भारत के निर्माण की प्रेरणा बन चुका है। कुछ ही महीने में सरकार के नौ वर्ष पूरे हो जाएंगे। सरकार के नौ वर्ष के कार्यकाल में लोगों ने कई सकारात्मक परिवर्तन देखे हैं। दुनिया का भारत को देखने का नजरिया बदला है। भारत दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम बन रहा है।


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि जो भारत कभी अपनी समस्याओं के समाधान के लिए दूसरों पर निर्भर था, वही आज दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम बना है। जिन सुविधाओं के लिए देश की एक बड़ी आबादी ने दशकों तक इंतजार किया वे इन वर्षों में उसे मिली है। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर आतंकवाद पर कठोर प्रहार तक, LOC से लेकर LAC तक हर दुस्साहस के कड़े जवाब तक, धारा 370 को हटाने से लेकर तीन तलाक तक, सरकार की पहचान एक निर्णायक सरकार की रही है।राष्ट्रपति ने कहा कि पहले टैक्स रिफंड के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ता था। आज ITR भरने के कुछ ही दिनों के भीतर रिफंड मिल जाता है। आज GST से पारदर्शिता के साथ-साथ करदाताओं की गरिमा भी सुनिश्चित हो रही है।


राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना ने देश के करोड़ों गरीबों को और गरीब होने से बचाया है, उनके 80 हजार करोड़ रुपए खर्च होने से बचाए हैं। 7 दशकों में देश में करीब सवा तीन करोड़ घरों तक पानी का कनेक्शन पहुंचा था। जल जीवन मिशन के तहत 3 साल में करीब 11 करोड़ परिवार पाइप के जल से जुड़े हैं। पूरी पारदर्शिता के साथ करोड़ों लोगों को 27 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि मुहैया कराई गई है। विश्व बैंक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसी योजनाओं और प्रणालियों से भारत करोड़ों लोगों को कोविड के दौरान गरीबी रेखा से नीचे जाने से बचाने में सक्षम रहा।


राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता में देश के 11 करोड़ छोटे किसान हैं। ये छोटे किसान, दशकों से, सरकार की प्राथमिकता से वंचित रहे थे। अब इन्हें सशक्त और समृद्ध करने के लिए हर तरह की कोशिश की जा रही है। महिलाओं को लेकर राष्ट्रपति ने कहा कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की सफलता आज हम देख रहे हैं. देश में पहली बार पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक हुई है और  महिलाओं का स्वास्थ्य भी पहले के मुकाबले और बेहतर हुआ है. यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी कार्यक्षेत्र में महिलाओं के लिए कोई बंदिश न हो.