भ्रष्ट इंजीनियर इनोवा गाड़ी में भरकर ला रहा था नोट..EOU की टीम पीछे-पीछे पहुंच गई घर, S.E. विनोद राय अरेस्ट..पत्नी पर केस, टंकी में छुपाकर रखा 39 लाख बरामद...12.50 लाख का अधजला करेंसी बरामद Bihar Ips Officer: बिहार कैडर के 1 IAS अधिकारी को प्रधान सचिव व दो IPS अफसरों को DG रैंक में प्रोन्नति, सरकार ने जारी की अधिसूचना Bihar DElEd Exam 2025: कल से शुरू होगी DElEd परीक्षा, इसे पहनकर गए तो सेंटर में नहीं मिलेगी एंट्री AIR INDIA : Air India की फ्लाइट अचानक लौटी वापस, मुंबई एयरपोर्ट पर मचा हड़कंप BIHAR JOB : बिहार में इतने पोस्ट के लिए निकली ADEO की बहाली, यहां पढ़ें हर डिटेल्स सासाराम रेलवे स्टेशन पर अमृत भारत एक्सप्रेस का भव्य स्वागत, ड्राइवर और गार्ड को लोगों ने खिलाई मिठाई, माला पहनाकर किया स्वागत EOU RAID : अधीक्षण अभियंता के घर पर रेड, EOU से बचने के लिए पत्नी ने जलाया नोटों का बंडल, फिर भी 35 लाख कैश...करोड़ों के जमीन के कागजात बरामद Governor salary in India: राज्यपाल की कितनी होती है सैलरी? जानें... कौन-कौन सी सुविधाएं मिलती है इस पद पर Bihar Politics: मुंगेर में राहुल और तेजस्वी का भारी विरोध, आंबेडकर की प्रतिमा का करना था अनावरण,लेकिन नहीं रुका काफिला Becoming doctor in USA: बिना रेजिडेंसी अमेरिका में प्रैक्टिस कर सकते हैं भारतीय MBBS डॉक्टर? जानिए...पूरी डिटेल
1st Bihar Published by: Updated Sat, 07 Aug 2021 12:51:28 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानी कि एसीबी की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पटना के रहने वाले एक अधिकारी को अरेस्ट किया है. पदाधिकारी के साथ-साथ क्लर्क को भी रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोचा गया है. तलाशी में 2 लाख 83 हजार रुपये भी बरामद किये गए हैं.
दरअसल जिस अधिकारी सुभाष कुमार को अरेस्ट किया गया है, वह पटना के जक्कनपुर थाना अंतगर्त जय प्रकाश नगर का रहने वाला है. सुभाष कुमार फिलहाल पलामू के जिला कल्याण पदाधिकारी (डीडब्ल्यूओ) के पद पर कार्यरत है. इसके साथ-साथ क्लर्क मनोज कुमार को भी 20 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है.
इस एंटी करप्शन ब्यूरो की इस कार्रवाई को लेकर एसीबी के डीएसपी करुणा राम ने बताया कि छतरपुर देवासी निवासी उमाशंकर बैगा ने ग्राम टुंडुर में धुमकुड़िया भवन निर्माण के लिए जिला कल्याण पदाधिकारी, पलामू कार्यालय में आवेदन दिया था. डीडब्ल्यूओ ने लिपिक मनोज कुमार से मिलने की सलाह दी. लिपिक मनोज ने आवंटन के लिए उससे 20 हजार रुपये की मांग की.
शिकायतकर्ता ने फिर से डीडब्ल्यूओ से मिलकर रुपये मांगे जाने की शिकायत की तो डीडब्ल्यूओ ने लिपिक की मांग को पूरा करने की सलाह दी. उमाशंकर ने इसकी जानकारी एसीबी को दी. इसके बाद धावादल का गठन कर डीडब्ल्यूओ और लिपिक को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. डीडब्ल्यूओ के घर की तलाशी में दो लाख 83 हजार रुपये बरामद किए गए.