Bihar Election 2025: चंपारण की सीटों पर जोरदार मुकाबला, सत्ता का गणित तय करेगी इस क्षेत्र की जनता Bihar Election 2025 : दूसरे चरण में नीतीश मिश्र और नीरज कुमार समेत 12 मंत्रियों का फैसला, कल EVM में कैद होगी किस्मत Bihar News: बिहार में JDU कार्यालय के बाहर मारपीट से मचा बवाल, कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप Bihar Election 2025 : दूसरे चरण में BJP के 53 उम्मीदवारों के भाग्य का होगा फैसला, दिग्गजों ने चुनाव प्रचार में झोकी पूरी ताकत Bihar News: बिहार में इस पार्टी के लिए वोट जुटाने वाले को दबंग ने घर में घुसकर पीटा; बच्चों व महिलाओं को भी बनाया अपना शिकार Patna News: मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत, इंदिरा आवास योजना से बना था घर Bihar Weather: बिहार के तापमान में गिरावट लगातार जारी, ठंड और प्रदूषण की दोहरी मार बनी चिंता का विषय Bihar Election 2025: क्या सीमांचल की 24 सीटें बदल देंगी बिहार की सियासत, दांव पर है नीतीश के मंत्री की किस्मत? Bihar Election 2025: कौन आएगा सत्ता में और किसकी पता होगा साफ? दूसरे चरण के मतदान से तय होगी बिहार की सियासत, जानें क्या हैं चुनावी समीकरण श्रेयसी सिंह के लिए जमुई में 10 किमी लंबा रोड शो, स्मृति ईरानी और अश्विनी चौबे रहे मौजूद
1st Bihar Published by: Updated Mon, 31 May 2021 07:25:43 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार सरकार सड़क दुर्घटना में घायल होने वाले लोगों की जान बचाने के लिए नयी पहल करने जा रही है. सरकार ने ये तय किया है दुर्घटना में घायल होने वालों को अगर कोई व्यक्ति अस्पताल तक ले जाता है तो उसे पांच हजार रूपये का पुरस्कार दिया जायेगा. बिहार सरकार के परिवहन विभाग ने ये प्रस्ताव तैयार चुका है. जल्द ही इस प्रस्ताव को कैबिनेट में भेजकर औपचारिक फैसला लिया जायेगा.
7 हजार से ज्यादा मौत होती है
दरअसल बिहार में हर साल सड़क दुर्घटना से 7 हजार से ज्यादा मौत हो रही है. चिंता की बात ये है कि दुर्घटना के बाद घायल व्यक्ति को समय पर अस्पताल पहुंचने की संख्या काफी कम होती है. अब तक के रिसर्च में ये बात सामने आ चुकी है कि अगर दुर्घटना के बाद एक घंटे के भीतर घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचा दिया जाये तो काफी संख्या में लोगों की जान बचायी जा सकती है. सरकार इसके लिए ही पहल कर रही है. सरकार ने तय किया है दुर्घटना के बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाने वालों को नगद इनाम दिया जाये
हालांकि ऐसे अच्छे लोगों को सरकार पहले से ही सम्मानित करती रही है. अब तक ऐसे व्यक्तियों को स्वतंत्रता दिवस या गणतंत्र दिवस के मौके पर सम्मानित किया जाता रहा है. इसी साल गणतंत्र दिवस पर 165 लोगों को सम्मानित किया गया था. जबकि 2020 में 245,2019 में 117 औऱ 2018 में 117 लोगों को सम्मानित किया गया था. सरकार को भरोसा है कि अगर नगद इनाम दिया जाये तो और भी लोग सड़क दुर्घटना में घायल होने वालों की मदद करने आगे आयेंगे.
पुलिस नहीं बनायेगी कोई दबाव
सरकार इस बात पर सख्ती करने जा रही है कि घायलों को अस्पताल पहुंचाने वालों पर पुलिस कोई दबाव नहीं बनाये. हालांकि इसे लेकर पहले से ही सरकारी नियम है. सडक दुर्घटना में घायलों को पुलिस जबरन गवाह नहीं बना सकती. उन्हें अपना नाम, पता, पहचान बताने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता, अगर ऐसा मददगार व्यक्ति अपनी मर्जी से पुलिस थाने जाता भी है तो उससे सिर्फ एक बार पूछताछ की जा सकती है.
उम्मीद की जा रही है नगद राशि देने की सरकारी पहल से हजारों लोगों की जान बच सकती है. सरकारी आंकडों को ही देखें तो पिछले साल यानि 2020 में बिहार में सडक दुर्घटना में तकरीबन 6700 लोगों की मौत हो गयी वहीं 7 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे. वहीं 2019 में बिहार में 7200 से ज्यादा लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओँ में हो गयी थी. इस साल लगभग इतने ही लोग बुरी तरह घायल भी हुए थे. वहीं 2018 में सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की तादाद 6729 थी जबकि 6600 से ज्यादा लोग घायल हो गये थे.