ब्रेकिंग न्यूज़

SAHARSA: गोदाम में तोड़फोड़ मामले में बड़ी कार्रवाई, पुलिस ने एक साथ 18 अपराधियों को दबोचा Bihar Crime News: भारत-नेपाल सीमा से पकड़े गए तीन विदेशी नागरिक, SSB ने संदिग्ध हालत में दबोचा Bihar Crime News: भारत-नेपाल सीमा से पकड़े गए तीन विदेशी नागरिक, SSB ने संदिग्ध हालत में दबोचा बिहार में तैयार हुआ 4500 HP रेल लोकोमोटिव 'अफ्रीकी देश' भेजे जाएंगे, जून में बड़ी खेप का होगा निर्यात, उद्योग मंत्री बोले- नामकरण के लिए 26 मई को होगा कार्यक्रम Jyoti Malhotra: YouTuber ज्योति मल्होत्रा की रील से बड़ा खुलासा, पाक जाने से पहले पहलगाम गई थी पाकिस्तानी जासूस Jyoti Malhotra: YouTuber ज्योति मल्होत्रा की रील से बड़ा खुलासा, पाक जाने से पहले पहलगाम गई थी पाकिस्तानी जासूस Bihar News: दर्दनाक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत, तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक को मारी जोरदार टक्कर Bihar news: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने बुलाई अहम बैठक, संघ से समन्वय की दिशा में बड़ा कदम Bihar news: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने बुलाई अहम बैठक, संघ से समन्वय की दिशा में बड़ा कदम पुलिस के 'सर्किल इंस्पेक्टर' का कार्यालय बन गया दुकान, रुपया दीजिये नाम हटवाइए और जोड़वाइए, DIG ने कर दिया सस्पेंड

समाज कल्यान विभाग का बड़ा फैसला, बिहार के ये आंगनबाड़ी केंद्र होंगे बंद

1st Bihar Published by: Updated Sat, 12 Sep 2020 11:28:42 AM IST

समाज कल्यान विभाग का बड़ा फैसला, बिहार के ये आंगनबाड़ी केंद्र होंगे बंद

- फ़ोटो

DESK : जल्द ही राज्य भर के शहरी इलाकों में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्र को बंद कर दिया जाएगा. इस बारे में समाज कल्याण विभाग ने रिपोर्ट सभी सीडीपीओ से मांगी है ताकि केंद्र बंद होने से पहले वहां के बच्चों को पास के केंद्र में शिफ्ट किया जा सके,

 बता दें कि बाढ़ प्रभावित जिलों में भी आंगनबाड़ी केंद्रों की विस्तृत जानकारी ली जा रही है, ताकि जो सेंटर बाढ़ के दौरान बंद करने की नौबत आ जाती है उन्हें ऊंची जगह पर ले जाया जा सके. बाढ़ के समय में भी बच्चों को पोषाहार मिलते रहे. बता दें कि बिहार में 1 लाख 8 हजार आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है. जिसमें से कई केंद्र शहरी इलाकों में भी हैं, जहां बच्चे तो कम आते  हैं लेकिन कागजों पर अधिक बच्चे दिखाए जाते हैं. यह बात निरीक्षण के दौरान सामने आई है. इतना ही नहीं शहरी इलाकों के अधिकांश केंद्र में सहायिका और सेविका बस अपना समय काटती है. कई जगहों पर सेंटर भी घर में हि बना लिया गया है ताकि  कोई निरीक्षण के लिए आए तो अपने रूम से सेंटर में बैठ जाए. 

विभाग ने इस बारे में सभी सीडीपीओ से रिपोर्ट मांगा है.

1. केंद्र में कितने बच्चे हैं?

2. आस-पास में कितने केंद्र हैं और स्लम बस्तियों की संख्या कितनी है?

3. केंद्र के आसपास गंदगी रहती है या सफाई?

4. सप्ताह में केंद्र कितने दिन खुलता है और बच्चों को खाना कैसे दिया जाता है?