DELHI : बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और लोक जनशक्ति पार्टी के बीच गठबंधन की अटकलों को कांग्रेस ने सिरे से खारिज कर दिया है. कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि न लोक जनशक्ति पार्टी ने कांग्रेस से संपर्क साधा है और ना ही कांग्रेस ने LJP से कोई बात की है. दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है.
एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए शक्ति सिंह गोहिल ने LJP से तालमेल की चर्चाओं को खारिज कर दिया. वैसे गोहिल ने कहा कि एनडीए में टूट होना कोई हैरत की बात नहीं है. ये इतिहास रहा है कि जब बीजेपी को अपने सहयोगी पार्टी की जरूरत होती है तो वो पैर पकड़ लेती है. लेकिन जब काम निकल जाता है तो दूध की मक्खी की तरह बाहर निकाल फेंकती है. शिवसेना से लेकर कश्मीर की पीडीपी जैसी पार्टियां इसका उदाहरण है.
शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि बिहार में उनका महागठबंधन कायम है और ये अटूट रहेगा. महागठबंधन की पार्टियां कांग्रेस, आरजेडी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, वीआईपी पार्टी और हम के बीच तालमेल बना रहेगा और ये पार्टियां साथ मिलकर चुनाव लडेंगी.
शक्ति सिंह गोहिल की ये सफाई उस वक्त आयी है जब LJP और JDU में घमासान की चर्चा आम है. खबर ये आयी थी कि कांग्रेस के सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने दावा किया है कि लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने उनसे चार बार बातचीत की है. लेकिन शक्ति सिंह गोहिल ने किसी तरह की बातचीत होने से इंकार कर दिया है.
उधर महागठबंधन की पार्टियों को लेकर भी कांग्रेस का बयान अहम है. कांग्रेस बार बार कह रही है कि महागठबंधन की पार्टियां एकसाथ रहेंगी. लेकिन महागठबंधन की सबसे बडी पार्टी आरजेडी RLSP, हम और मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी को कोई तवज्जों देने को तैयार नहीं है. महागठबंधन में को-ओर्डिनेशन कमेटी बनाने की मांग कर रहे जीतन राम मांझी हर रोज फैसला लेने की चेतावनी दे रहे हैं. लेकिन आरजेडी कोई नोटिस नहीं ले रही है.
क्या पटना आ रहे गोहिल करेंगे पहल
इस बीच शक्ति सिंह गोहिल मंगलवार को पटना आ रहे हैं. वे कांग्रेस की चुनावी तैयारियों का जायजा लेने पहुंच रहे हैं. महागठबंधन की दूसरी पार्टियों के नेता भी उनसे मिलेंगे. ऐसे में चर्चा ये हो रही है कि गोहिल महागठबंधन में कायम गतिरोध को खत्म करने की पहल कर सकते हैं. देखना होगा अपने स्टैंड पर अडे तेजस्वी यादव उनका कितना नोटिस लेते हैं.