bike accident : जमुई में अज्ञात वाहन ने बाइक सवार तीन युवकों को टक्कर मारी, दो की मौत; एक घायल Bihar Election 2025: ‘तीन बंदर आए हैं, पप्पू, टप्पू और अप्पू’ सीएम योगी आदित्यनाथ का महागठबंधन पर तंज Bihar Election 2025: ‘तीन बंदर आए हैं, पप्पू, टप्पू और अप्पू’ सीएम योगी आदित्यनाथ का महागठबंधन पर तंज Indian Rupee Weak: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले धराशायी हुआ रुपया, जानिए गिरावट की बड़ी वजह ED Action: अनिल अंबानी के खिलाफ ED की बड़ी कार्रवाई, रिलायंस ग्रुप की 3,084 करोड़ से अधिक की संपत्तियां अटैच ED Action: अनिल अंबानी के खिलाफ ED की बड़ी कार्रवाई, रिलायंस ग्रुप की 3,084 करोड़ से अधिक की संपत्तियां अटैच Patna News: पटना मेट्रो प्रोजेक्ट ऑफिस में लगी भीषण आग, कई दस्तावेज जलकर हुए खाक; शॉर्ट सर्किट की आशंका Bus Accident: भीषण सड़क हादसे में बस सवार 20 लोगों की दर्दनाक मौत, मुख्यमंत्री ने जताया शोक; अधिकारियों को दिए निर्देश Bus Accident: भीषण सड़क हादसे में बस सवार 20 लोगों की दर्दनाक मौत, मुख्यमंत्री ने जताया शोक; अधिकारियों को दिए निर्देश Bihar Assembly Election : 'हर एक व्यक्ति अनंत सिंह बनकर चुनाव लड़े ...', अनंत सिंह के जेल जाने के बाद मोकामा में बोले ललन सिंह -अब कमान हमारे हाथ है
1st Bihar Published by: Updated Sat, 23 Nov 2019 11:47:27 AM IST
- फ़ोटो
PATNA: महाराष्ट्र में BJP-NCP की नई सरकार के गठन के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने बड़ा बयान दिया है.
सुप्रिया सुले ने वाट्सअप स्टेट्स के जरिय अपनी बात कही है. सुप्रिय सुले ने यह साफ कर दिया है कि पार्टी और परिवार में टूट हो गई है. गौरतलब है कि शनिवार की सुबह सब को चौंकाते हुए महाराष्ट्र में अजित पवार ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली है. जिसके बाद से भारतीय राजनिती में भूचाल आ गया है.
वहीं पटना पहुंचे केंद्रीय मंत्री अठावले ने आज कहा है केंद्र में एनसीपी को मंत्री पद मिल सकता है. सुप्रियो सुले केंद्र में मंत्री बन सकती हैं.
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए 21 अक्टूबर को चुनाव हुए थे और नतीजे 24 अक्टूबर को आए थे. राज्य में किसी पार्टी या गठबंधन के सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करने की वजह से राज्य में 12 नवंबर को राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था. शिवसेना के मुख्यमंत्री पद की मांग को लेकर बीजेपी से 30 साल पुराना गठबंधन तोड़ने के बाद से राज्य में राजनीतिक संकट खड़ा हो गया था.