शिवहर में शादी की खुशियां पलभर में मातम में बदली, गैस सिलेंडर ब्लास्ट से पंडाल समेत लाखों की संपत्ति जलकर राख Bihar: शादी में नर्तकियों के बीच हर्ष फायरिंग करना पड़ गया महंगा, वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने युवक को दबोचा वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने किया एलान, हमारी आगे की लड़ाई ‘गिनती के बाद हिस्सेदारी’ की जाकिर बन गया जगदीश: 8 मुसलमानों ने हिन्दू धर्म को अपनाया, हवन और वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुद्धिकरण HAJIPUR: जननायक एक्सप्रेस से 8 किलो अफीम बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार ISM में वेदांता इंटरनेशनल और ICICI बैंक के कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव 2025 का आयोजन, कई छात्र-छात्राओं का हुआ चयन Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुंगेर में शरारती तत्वों ने चलाया बत्ती गुल अभियान, डॉक्टर ने लाइट्स बंद नहीं किया तो जान से मारने की दी धमकी Bihar News: वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत, बारिश के दौरान हुआ हादसा
1st Bihar Published by: ASMIT Updated Thu, 26 Aug 2021 05:57:41 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: शिक्षा विभाग ने आज एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। इस फैसले के तहत जिन जिलों के महाविद्यालयों में पीजी की पढ़ाई नहीं हो रही है। उन महाविद्यालयों में पीजी की पढ़ाई शुरू करने की अनुशंसा यदि विश्वविद्यालय के द्वारा की जाती है तब सरकार इसे प्राथमिकता से लेगी और पीजी की पढ़ाई प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान करेगी। इस बात की जानकारी बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने दी है।
पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लिए गये फैसले के मुताबिक हर पंचायतों में एक प्लस टू विद्यालय खुल रहा है। वही हर अनुमंडल में एक डिग्री कॉलेज की स्थापना हो रही है। अब विभाग ने यह बड़ा फैसला लिया है कि हर जिले में कम से कम एक महाविद्यालय में पीजी की पढ़ाई होगी।
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री भी चाहते है कि उच्च शिक्षा में विस्तार हो और इसमें सुधार लायी जाए। दूसरी ओर जो सकल नामांकन अनुपात है उसकी बेहतरी के लिए भी काम हो। सकल नामांकन अनुपात अभी करीब साढे 14 प्रतिशत के ऊपर है। इसे सरकार लगभग 30 प्रतिशत तक पहुंचाना चाहती है। इसके लिए हमने यह निर्णय लिया है कि हर जिले में पीजी की पढाई शुरू करेंगे।
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि 10 जिलों की पहचान की गयी है जहां पीजी की पढ़ाई नहीं हो रही है। दस में से दो जिलें ऐसे हैं जहां से पीजी की पढ़ाई शुरू करने का प्रस्ताव मिला है। बीएसएस कॉलेज सुपौल और केकेएम कॉलेज जमुई के प्रस्ताव पर हमलोगों ने निर्णय भी लिया है। इसके लिए स्वीकृति प्रदान करने की कार्रवाई पूरी कर ली गयी है।