मुंगेर में चुनाव से पहले 1.72 किलो चांदी जब्त, फ्लाइंग स्क्वॉड टीम की बड़ी कार्रवाई मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय
1st Bihar Published by: Updated Wed, 27 Jul 2022 12:10:43 PM IST
- फ़ोटो
BHAGALPUR: भागलपुर सृजन घोटाला मामले में कल्याण विभाग ने सीबीआई को भारी मात्रा में कागजात दिए हैं. अपनी प्राइवेट गाड़ी से कल्याण विभाग के अधिकारी सोमवार को कागजात लेकर पटना आये. जिला कल्याण पदाधिकारी से सीबीआई के डीएसपी ने 2007 से 2017 के बैंक स्टेटमेंट, महालेखा की ऑडिट रिपोर्ट सहित और सारे कागज मांगे गये थे.
बता दें कि जिला कल्याण विभाग की राशि वाउचर और बैंकर्स चेक के जरिये सृजन महिला विकास सहयोग समिति के खाते में गई है.सीबीआई ने जिला कल्याण विभाग से सारे वाउचर और चेक की मांग की है. इस मामले में फर्जी तरीके से रुपया ट्रांसफर कर घोटाला किया गया है. सीबीआई इस मामले में 99 करोड़, 88 लाख, 69 हजार, 830 रूपये के घोटाले की जांच शुरू कर दी है.
रिपोर्ट के मुताबिक 221 करोड़ 60 लाख रूपये सृजन महिला सहयोग समिति के 6 खातो में कल्याण विभाग द्वारा भेजा गया है. बता दें कि इस घोटाले में मुख्य सहयोगी कल्याण विभाग के अधिकारी, कर्मी और बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ोदा और इंडियन बैंक के कर्मचारी शामिल थे. इस लोगों के द्वारा सृजन के खाते में सरकारी पैसा भेजने में सहयोग किया गया, जिसमे जिला कल्याण विभाग द्वारा एफआइआर का आवेदन भी दिया गया है. सृजन मामले में करोड़ों रूपये फर्जी तरीके से फर्जी तरीके से सृजन के खाते में भेजा गया था, जिसमे बैंक के अधिकारी और कर्मचारी के अलावे सृजन के पदाधिकारियों की मिलीभगत भी रही है.
इस मामले में पहला एफआइआर 7 अगस्त 2017 को हुआ था. इसके अलावे बहुत सारे विभाग के जांच में फर्जी पैसे ट्रान्सफर का मामला सामने आया है. इस मामले में एजीकी ऑडिट रिपोर्ट में भागलपुर में जिला कल्याण पदाधिकारी रामलला सिंह, राम इश्वर शर्मा, ललन कुमार सिंह और अरुण कुमार के कार्यकाल में फर्जी पैसे निकलने की बात सामने आई है.