बिहार में नहीं थम रहा भूमि विवाद का मामला: मुजफ्फरपुर में जमीन कारोबारी की हत्या, दूसरे की हालत गंभीर CBSE Board 12th Result 2025: गोल इंस्टीट्यूट के छात्र-छात्राओं ने लहराया परचम PATNA: बिहार के शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के लिए अच्छी खबर, वेतन भुगतान के लिए 28 अरब से अधिक की राशि जारी Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Bihar News: अब विदेशी भाषा सीखेंगे बिहार के छात्र, राज्यभर के 15 इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई शुरुआत Bihar News: अब विदेशी भाषा सीखेंगे बिहार के छात्र, राज्यभर के 15 इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई शुरुआत Operation Sindoor: बिहार के लाल शहीद रामबाबू सिंह ने देश के लिए लुटा दी जान, हाल ही में हुई थी शादी; बॉर्डर पर चलाते थे एयर डिफेंस सिस्टम s 400 Operation Sindoor: बिहार के लाल शहीद रामबाबू सिंह ने देश के लिए लुटा दी जान, हाल ही में हुई थी शादी; बॉर्डर पर चलाते थे एयर डिफेंस सिस्टम s 400 PURNEA: विद्या विहार आवासीय विद्यालय में जश्न का माहौल, CBSE की 12वीं परीक्षा में शानदार प्रदर्शन
1st Bihar Published by: Updated Sun, 12 Jul 2020 10:51:26 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : कोरोना संक्रमण के बीच बिहार में विधानसभा चुनाव समय पर कराए जाएं या नहीं इसको लेकर सियासी बयानबाजी जारी है. बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने विधानसभा चुनाव कराए जाने का पर एतराज जताने वाले नेताओं पर शनिवार को तंज कसा था. सुशील मोदी के ट्वीट में पहले आरजेडी की बजाय उन सभी दलों पर निशाना साधा गया था जो चुनाव कराए जाने पर ऐतराज जता रहे हैं. लेकिन जब एनडीए में चिराग पासवान का नाम सामने आ गया तब सुशील मोदी ने केवल आरजेडी पर हमला बोलते हुए ट्वीट कर दिया.
अब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सुशील मोदी के इस ट्वीट पर पलटवार किया है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में बीजेपी नीतीश कुमार कि पिछलग्गू पार्टी बनकर रह गई है. आरजेडी का डर ऐसा है कि 24 साल से डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी नीतीश के पिछलग्गू बने हुए हैं सुशील मोदी को खुली चुनौती देते हुए कहा है कि हिम्मत है तो अकेले चुनाव लड़ कर देख लीजिए.
तेजस्वी यादव ने सुशील कुमार मोदी पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा है कि कमजोर और गैर स्वाभिमानी होने की वजह से सुशील मोदी 2013 में नीतीश कुमार की तरफ से लतियाये जाने के बावजूद 2017 में वापस उन्हीं के पास पहुंच गए. नेता प्रतिपक्ष ने पूछा है कि आखिर 2017 में सुशील मोदी किस रीजन और विजन के साथ सरकार में शामिल हुए उन्हें इसका जवाब देना चाहिए.