Bihar News: दर्दनाक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत, तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक को मारी जोरदार टक्कर Bihar news: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने बुलाई अहम बैठक, संघ से समन्वय की दिशा में बड़ा कदम Bihar news: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने बुलाई अहम बैठक, संघ से समन्वय की दिशा में बड़ा कदम पुलिस के 'सर्किल इंस्पेक्टर' का कार्यालय बन गया दुकान, रुपया दीजिये नाम हटवाइए और जोड़वाइए, DIG ने कर दिया सस्पेंड Bihar News: मंत्री विजय शाह के खिलाफ बिहार में केस दर्ज, कर्नल सोफिया को बताया था पाकिस्तानियों की बहन Bihar News: मंत्री विजय शाह के खिलाफ बिहार में केस दर्ज, कर्नल सोफिया को बताया था पाकिस्तानियों की बहन BIHAR CRIME: 25 हजार का ईनामी TOP-10 अपराधी टाइगर गिरफ्तार, लंबे समय से थी जमुई पुलिस को तलाश Bihar Crime News: पांच करोड़ के आभूषण लूटकांड का पुलिस ने किया खुलासा, दो लाख का इनामी निकला मास्टरमाइंड; कोर्ट का मुंशी भी शामिल Bihar Crime News: पांच करोड़ के आभूषण लूटकांड का पुलिस ने किया खुलासा, दो लाख का इनामी निकला मास्टरमाइंड; कोर्ट का मुंशी भी शामिल ‘घर से दो-दो मुट्ठी चावल लेकर ऑफिस आएं’ सरकारी अधिकारी ने कर्मियों को क्यों दिया ऐसा आदेश?
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 28 Mar 2024 01:47:24 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : लोकसभा चुनाव को लेकर तारीखों का एलान हो गया है। बिहार में सात चरणों में चुनाव होना है और इसको लेकर सभी राजनीतिक दलों के तरफ से तैयारी भी कर ली गई है। ऐसे में एनडीए में इस बार सीट बंटवारा के फॉर्मूले के तहत जदयू को 16 सीट, भाजपा को 17 सीट, लोजपा (रामविलास ) को 5 सीट और जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा को एक -एक सीट दिया गया। इसके कुछ दिन बाद कैंडिडेट के नाम का भी एलान कर दिया। लेकिन, इसमें देखने वाली बात यह थी कि जहानाबाद सीट वापस से जदयू के खाते में गया और इस सीट पर कैंडिडेट भी वही रहे उसके बाद जब एक बड़ी खबर समाने आया है।
दरअसल, लोजपा (रामविलास ) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरुण कुमार ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आज मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि - पिछले दिनों मैं पटना में हूं और यहां आकर लोग हमसे मुलाकात कर रहे थे वो लोग चुनाव मैदान में उतरने की बात कह रहे थे। इस विषय में हम बाद में निर्णय लेंगे। लेकिन, ये तय है की अब मैं लोजपा (रामविलास ) के साथ नहीं हूं।
इसके आगे उन्होंने कहा कि- जनता तो सब कुछ देख रही है कि कैसे मेरे साथ धोखा दिया गया है। हमने हर समय उनका साथ दिया है, चिराग जी के कहने पर हमने अपनी पार्टी को मर्ज कर डाला। लेकिन उनको समझना चाहिए की हमलोग माला जपने वाले हिमालय के साधू नहीं है। हम तो जनता के हक़ की लड़ाई के लिए 40 साल से चुनावी मैदान में हैं। इसलिए मैंने खुद को उनसे अलग कर लिया।
मालूम हो कि, उपेंद्र कुशवाहा और उनकी पार्टी रालोसपा के जदयू में विलय से पहले 2018 में पूर्व सांसद अरुण कुमार अलग हो गए थे। इसके बाद उन्होंने भारतीय सबलोग पार्टी बनाई। नीतीश कुमार और इनकी सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ अरुण कुमार हमेशा आवाज उठाते रहे हैं। उसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी का विलय चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी में कर लिया। लगभग तीन साल तक ये चिराग पासवान के साथ रहे और अब इन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।