'ट्रेंड पायलट हैं रूडी, सबको हवा में उड़ा देंगे ...', बोले राजनाथ सिंह ... नहीं होगी लालटेन युग की वापसी

'ट्रेंड पायलट हैं रूडी, सबको हवा में उड़ा देंगे ...', बोले राजनाथ सिंह ... नहीं होगी लालटेन युग की वापसी

SARAN : बिहार का सारण लोकसभा सीटों काफी चर्चा में बना हुआ है। इसकी एक मात्र वजह लालू पारिवार की लाडली रोहाणी आचार्य का यहां से चुनाव मैदान में होना है। रोहाणी इस इलाके में अपने नाम की घोषणा के साथ ही कैंप की हुई है। लेकिन, यहां मुकाबला उनके लिए आसान नहीं होने वाला है क्योंकि यहां से एनडीए के कैंडिडेट पिछले दो चुनाव में काफी बहुमत के साथ चुनाव जीत चुके हैं और लालू यादव को भी चुनाव हरा चुके हैं। ऐसे में आज उनके नामांकन के साथ केंद्रीय रक्षा मंत्री की भी सभा रखी गई है। जहां राजनाथ सिंह ने कहा कि रूडी ट्रेंड पायलट हैं और सबको हवा में उड़ा देंगे। 


सारण में नामांकन के बाद चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुएराजनाथ सिंह ने कहा कि राजीव प्रताप रूडी एक कुशल पायलट हैं, मुझे भरोसा है कि वो बाकी सभी को हवा में उड़ा देंगे।  उन्होंने कहा कि सारण की जनता को पीएम मोदी की गारंटी पर भरोसा है। अब मुझे यह भी भरोसा है किबिहार में लालटेन युग की वापसी नहीं होनी चाहिए।


इसके आगे उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह ने कहा कि आप एक सांसद नहीं बल्कि एक बड़ी हस्ती को चुनने जा रहे है। राजीव प्रताप रूडी सांसद हैं और दिल्ली में कम समय देते हैं। पूछे जाने पर बताते है कि जिस जनता में मुझे चुनकर भेजा है। उनके बीच रहने की कोशिश करता हूं।इसके अलावा राजनाथ सिंह ने कहा कि जहां पीएम मोदी की उपलब्धियां गिनवाई, वहीं राजद और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।


उन्होंने कहा कि बिहार में लालटेन युग की वापसी किसी भी हालत में नहीं होनी चाहिए। ये कभी चरवाहा युग लाते हैं, कभी लालटेन युग। लोकतंत्र बिना लोकलाज के नहीं चल सकता। इसके आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस-राजद पर भ्रष्टाचार का आरोप है। ये लोग बिना भ्रष्टाचार के चल ही नहीं सकते हैं। उसके बाद भी लोगों के बीच जाकर वोट मांगते हैं। थोड़ी तो लोक-लाज होनी चाहिए। लोकतंत्र बिना लोकलाज के नहीं चल सकता है।लोकतंत्र बिना लोकलाज के नहीं चल सकता। 


उधर राजनाथ सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने जनधन, आधार और मोबाइल की ऐसी त्रिमूर्ति खड़ी की है कि आज दिल्ली से अगर 100 पैसा चलता है तो वो पूरा पैसा आपके अकाउंट में आता है। भ्रष्टाचार पर अंकुश केवल भाषण देने से नहीं होगा। सिस्टम में बदलाव करना पड़ा है।