PATNA: भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पर BJP ने जवाबी हमला बोला है। बिहार विधान परिषद में बीजेपी के उप नेता नवल किशोर यादव ने कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा नीतीश कुमार से हटकर जिस काम को अंजाम नहीं दे सके, उसे सट कर यानि साथ में रह कर करना चाहते हैं। नीतीश के साथ रहकर वे बदला चुकाना चाहते हैं। इसलिए ही ओछी बयानबाजी कर रहे हैं.
बीजेपी का जवाबी हमला
दरअसल उपेंद्र कुशवाहा ने बयान दिया है कि जेडीयू के उम्मीदवारों को हराने में गठबंधन के सहयोगी दल की ही भूमिका थी. उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी का नाम तो नहीं लिया लेकिन इशारा उसी ओऱ था. जवाब देने उतरे बीजेपी के विधान पार्षद नवल किशोर यादव ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा तो नीतीश कुमार से बदला चुकाने के लिए उनके साथ आये हैं. वे शुरू से ही नीतीश कुमार के खिलाफ थे औऱ साथ आकर भी वही काम कर रहे हैं. नवल किशोर यादव ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव के समय उपेंद्र कुशवाहा बीजेपी से इस बात के लिए अलग हुए थे कि वह नीतीश कुमार के साथ नहीं रहना चाहते थे. 2017 में जब नीतीश कुमार बीजेपी के साथ आये तो उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि वे वहां नहीं रहेंगे जहां नीतीश कुमार रहेंगे. आज वे नीतीश कुमार के लिए कुछ ज्यादा ही प्यार दिखा रहे हैं.
16 सीटों पर नीतीश को उपेंद्र कुशवाहा ने डैमेज किया था
नवल किशोर यादव ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में जेडीयू को 16 सीटों पर उपेंद्र कुशवाहाने जमकर डैमेज किया था. पिछले विधानसभा चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा का एकमात्र लक्ष्य नीतीश कुमार को सत्ता से बाहर करना था. वे जीतने के लिए नहीं नीतीश कुमार को चुनाव हराने के लिए चुनाव लड रहे थे. पिछले चुनाव में तरारी, मोहनिया, अरवाल, घोसी, नोखा, काराकाट, दिनारा, अतरी, भभुआ, केसरिया, औरंगाबाद, जहानाबाद जैसे 16 विधानसभा क्षेत्र में उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू के वोट बैंक को डिस्टर्ब कर दिया था. जिसके कारण नीतीश कुमार के उम्मीदवार हारे. नवल किशोर यादव ने कहा कि कल तक उपेंद्र कुशवाहा सिर पर कफन बांध कर नीतीश कुमार के खात्मे की कोशिश कर रहे थे. आज भी वे वही काम कर रहे हैं. फर्क सिर्फ इतना है कि पहले वे जो काम हट कर करना चाह रहे थे वही काम आज सट कर करना चाह रहे हैं. तभी वे भाजपा पर निशाना साध कर नीतीश कमार को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं.
भाजपा विभीषण वाली पार्टी नहीं
नवल किशोर यादव ने कहा कि विभीषण का काम उपेंद्र कुशवाहा बेहतर जानते होंगे. बीजेपी तो राम को पूजने वाली पार्टी है. यहां कोई विभीषण नहीं है. बीजेपी ने पहले भी नीतीश कुमार का मजबूती से साथ दिया था अब भी दे रही है. वैसे नीतीश कुमार को ये जरूर देखना चाहिये कि उपेंद्र कुशवाहा जैसे नेता क्या कर रहे हैं.
नवल किशोर यादव ने कहा कि बीजेपी ने गठबंधन धर्म का पालन किया तभी चिराग पासवान से नाता तोड़ लिया. उपेंद्र कुशवाहा के भ्रम फैलाने से कुछ नहीं होने वाला है. अगर बीजेपी औऱ चिराग पासवान की साठगांठ होती तो केंद्र सरकार में पशुपति कुमार पारस नहीं मंत्री बनते बल्कि चिराग पासवान को कुर्सी मिलती.