DESK: बिहार के पूर्व मंत्री व VIP पार्टी के सुप्रीमो (सन ऑफ मल्लाह) मुकेश सहनी उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद स्थित सेलिब्रेशन लॉन में वीआईपी पार्टी के वाराणसी मंडल के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों से आगे की रणनिती पर चर्चा की।
वाराणसी में मंडल स्तरीय वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक में जब मुकेश सहनी शामिल होने पहुंचे तो वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से बातचीत की। मंच को संबोधित करते हुए मुकेश सहनी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि हमने जो वादा किया उस वादे को बखूबी निभाया। आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं और गठबंधन नहीं तो वोट नहीं के स्टैड पर कायम रहे। उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी मर सकता है लेकिन मुकेश सहनी का विचार नहीं मरना चाहिए।
उन्होंने कहा कि समाज के लोगों ने हम पर भरोसा किया। यही कारण है कि अपने दम पर बिहार में मंत्री बने। हमारी ताकत को नीतीश- लालू-भाजपा के बड़े नेताओं ने देखा। हमारे सामने झूके हमारी ताकत को पहचाना फिर हमसे गठबंधन की। ये ऐसे लोग हैं जो शरीर का एक मैल तक नहीं दे सकते तो टिकट तो दूर की बात है। आज हम जो कुछ भी हैं सब बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की वजह से हैं। इन्होंने हमें वो ताकत दिया है जो 33 करोड़ देवी देवता भी नहीं दे सके।
मुकेश सहनी ने कहा कि यूपी-बिहार-झारखंड में जातीय गणना यदि हो जाए तो पता चल जाएगा कि हमारी संख्या कितनी है। हम कभी कम नहीं थे और ना ही हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग हमारी विचारों को नहीं मानते वो हमारे दुश्मन हैं। जब आप हमारे दुश्मन है तो आपसे दोस्ती कही से जायज नहीं है।
मुकेश सहनी ने कहा कि हमने सोचा कि जो ताकत बिहार में बनाई वही ताकत झारखंड और यूपी में भी बनाएंगे। हमारे पास बड़ी ताकत होगी तो किसी से भी लड़ सकते हैं। किसी के सामने झूक नहीं सकते। हम अपने दम पर बिहार में मंत्री बने। अपने सहयोग से बिहार का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बनाए। बिहार में अपनी ताकत की पहचान देश दुनियां को दिये वही ताकत अब यूपी में भी दिखाना है।
2 जुलाई 2021 को पार्टी की लांचिंग यूपी में की थी लेकिन यूपी में सफलता नहीं मिली तो हम बिहार लौट गये। लेकिन हम हार मानने वालों में से नहीं है। मुकेश सहनी ने कहा कि 25 जुलाई को यूपी में हमने फैसला लिया था कि हर मंडल में हम फूलन देवी की प्रतिमा पर माला चढ़ाएंगे लेकिन हमारे पूर्वजों को माला तक नहीं चढ़ाने दिया गया। रातों रात फूलन देवी की प्रतिमा को यूपी से बाहर निकाल दिया। आज वह बिहार यूपी के बॉर्डर कैमूर की धरती पर रखा हुआ है। मुकेश सहनी ने पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिये।