ब्रेकिंग न्यूज़

Tourist Place In Bihar: बिहार को मिला अपना ‘लक्ष्मण झूला’, राज्य का पहला केबल सस्पेंशन ब्रिज तैयार Burdwan Bus Accident: पश्चिम बंगाल के बर्दवान में भीषण सड़क हादसा, बिहार के 10 तीर्थयात्रियों की मौत; दर्जनों घायल Bihar News: पोखर से बरामद हुआ शिक्षक का शव, विवाद के बाद से थे लापता ₹1 लाख करोड़ की रोजगार योजना आज से लागू, लाल किले से PM MODI का बड़ा ऐलान गांधी मैदान से CM नीतीश ने की कई बड़ी घोषणाएं...नौकरी के लिए परीक्षा देने वालों के लिए खुशखबरी, परदेश से घर आने वालों के लिए बड़ी घोषणा, और भी बहुत कुछ जानें... Asia Cup 2025: भारत के स्टार ओपनर को चयनकर्ताओं का झटका, बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद नहीं मिलेगी टीम में जगह Bihar News: गांधी मैदान से CM नीतीश का ऐलान- बताई अपनी प्राथमिकता, पूर्व की सरकार पर भी साधा निशाना Bihar Weather: 15 अगस्त को बिहार के इन जिलों में होगी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजपुर के बड़हरा में भोजन वितरण और सामुदायिक किचन का पांचवां दिन Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी

विकास दुबे और उसके गुर्गों के एनकाउंटर को यूपी पुलिस ने बताया असली, सुप्रीम कोर्ट ने मांगा था जवाब

1st Bihar Published by: Updated Fri, 17 Jul 2020 03:28:35 PM IST

विकास दुबे और उसके गुर्गों के एनकाउंटर को यूपी पुलिस ने बताया असली, सुप्रीम कोर्ट ने मांगा था जवाब

- फ़ोटो

DELHI: कानपुर का गैंगस्टर विकास दुबे और उसके बाकी साथियों के एनकाउंटर पर सुप्रीम कोर्ट में आज यूपी पुलिस ने जवाब दिया है. यूपी पुलिस ने अपने जवाब में बताया है कि विकास दुबे और उसके बाकी गुर्गों का एनकाउंटर असली था. इस मुठभेड़ को फर्जी नहीं कहा जा सकता है. 

कोर्ट ने भेजा था नोटिस

14 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर सुनवाई करते हुए नोटिस जारी किया था. नोटिस में यूपी पुलिस को जवाब देने के लिए कहा था. आज यूपी पुलिस ने एनकाउंटर को लेकर आज अपना पक्ष रखा हैं. इस एनकाउंटर को लेकर खूब राजनीति हो रही थी. कई दलों के नेता इसे फर्जी बता रहे थे. 

मुंबई के वकील ने दायर की है याचिका

विकास दुबे के एनकाउंटर पर मुंबई के वकील घनश्याम उपाध्याय और वकील अनूप अवस्थी की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी.याचिका में मामले में यूपी पुलिस की भूमिका की जांच की मांग की गई है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि वह गैंगस्टर विकास दुबे और उनके पांच सहयोगियों के साथ-साथ बिकरु गांव में तीन जुलाई को आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की जांच के लिए एक सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट जज की अध्यक्षता में समिति बनाने का सोच रही है.