ब्रेकिंग न्यूज़

मोतिहारी में साइबर ठग गिरोह का पाकिस्तान कनेक्शन उजागर, डिजिटल अरेस्ट कर करते थे ठगी National Teachers Award 2025: बिहार के तीन शिक्षकों को मिलेगा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी सम्मानित; सीएम नीतीश कुमार ने दी बधाई National Teachers Award 2025: बिहार के तीन शिक्षकों को मिलेगा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी सम्मानित; सीएम नीतीश कुमार ने दी बधाई JEHANABAD: एरिस्टो फार्मा ने बाढ़ राहत सामग्रियों का किया वितरण, 1000 बाढ़ प्रभावित परिवारों को मदद मुन्देश्वरी कॉलेज में बी.एड. सत्र 2025–27 के लिए दिक्षारंभ समारोह, शिक्षक और शिक्षा के महत्व पर डाला गया प्रकाश पूर्णिया में NDA का सम्मेलन: गिरिराज सिंह का तीखा हमला, बोले- सीमांचल से रोहिंग्या को निकालेंगे पूर्णिया में NDA का सम्मेलन: गिरिराज सिंह का तीखा हमला, बोले- सीमांचल से रोहिंग्या को निकालेंगे Purnea News: पूर्णिया में प्रेम प्रसंग में युवक की पीट-पीटकर हत्या, जेडीयू नेता की बेटी से प्यार पड़ा महंगा Purnea News: पूर्णिया में प्रेम प्रसंग में युवक की पीट-पीटकर हत्या, जेडीयू नेता की बेटी से प्यार पड़ा महंगा Bihar Politics: ‘बिहार के बच्चों के शरीर पर कपड़ा और पैरों में चप्पल नहीं, नेताओं को सिर्फ सत्ता की चिंता’ प्रशांत किशोर का हमला

विपक्षी एकता की बैठक में मांझी को नहीं मिला निमंत्रण, नीतीश से आरसीपी ने पूछा..ये कैसी एकता?

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 11 Jun 2023 02:54:56 PM IST

विपक्षी एकता की बैठक में मांझी को नहीं मिला निमंत्रण, नीतीश से आरसीपी ने पूछा..ये कैसी एकता?

- फ़ोटो

PATNA: देशभर में भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता के लिए 23 जून को पटना में एक बड़ी बैठक होने जा रही है। जिसमें कांग्रेस समेत देशभर के विपक्षी पार्टियों के नेता शामिल होंगे। सभी विपक्षी दलों को इस बैठक में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है। लेकिन बिहार के सात दलों में से एक दल को बैठक के आमंत्रित नहीं किया गया है। 


पूर्व सीएम जीतनराम मांझी और मंत्री संतोष सुमन की पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा यानी हम पार्टी को अभी तक विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने का निमंत्रण नहीं मिला है। बीजेपी नेता आरसीपी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी यह अक्सर कहते हैं कि बिहार में 7 दलों की सरकार है लेकिन विपक्षी एकता की बैठक में उन्होंने अपने ही एक सहयोगी दल को निमंत्रण नहीं भेजा है। आरसीपी ने उनसे पूछा की ये कैसी एकता?  


बता दें कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में 7 दलों की महागठबंधन सरकार है। नीतीश की पार्टी जेडीयू, लालू की आरजेडी, कांग्रेस, सीपीआई(एमएल), सीपीएम, सीपीआई और जीतनराम मांझी की पार्टी हम ने मिलकर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाई। लेकिन 7 दलों में से एक दल जीतनराम मांझी की पार्टी हम को विपक्षी एकता की बैठक में निमंत्रण तक नहीं भेजा गया है। आरसीपी ने कहा कि विपक्षी दलों की बैठक की शुरुआत में ही गड़बड़ हो गया। घर के अंदर जब यह हाल है तो बाहर क्या होगा भगवान ही मालिक है।


 आरसीपी ने कहा कि विपक्षी एकता की बैठक करने के लिए इनकों जनता ने नहीं कहा है। जनता ने तो कहा था कि एनडीए में रहकर बिहार का विकास कीजिये लेकिन नीतीश कुमार विपक्षी दल को एक करने में लग गये हैं। आरसीपी ने कहा कि आज की तारीख में जनता पूरी शक्ति के साथ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ हैं। 2024 में विपक्षी एकता की राग रटने वालों का पत्ता साफ हो जाएगा। ये लोग कहां जाएंगे इसका कोई ठिकाना नहीं है। हैरत की बात है कि सात दलों की सरकार में एक दल को बैठक में शामिल होने का न्योता तक नहीं दिया गया। जो सरकार में जो उनको समर्थन दे रहे हैं वही लोग उनके साथ नहीं है। उन्होंने पूछा की आगामी चुनाव में कांग्रेस और लेफ्ट को कितनी सीटें नीतीश बाबू देगें?