बिहार बदलाव यात्रा के तहत गोपालगंज के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रशांत किशोर, पहले दिन चार जनसभाओं को किया संबोधित छपरा और सीवान पहुंचे तेजस्वी यादव ने शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि, परिजनों से हर संभव मदद का किया वादा BIHAR: मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, सेकेंड्री लोडिंग प्वाइंट से होगी आपूर्ति बिहार में MSP पर दलहन-तेलहन खरीद के लिए नई व्यवस्था होगी लागू, बाजार मूल्य की अनिश्चितता से किसानों को मिलेगी राहत Bihar Crime News: बिहार में लूटपाट के दौरान युवक को मारी गोली, घर लौटने के दौरान बदमाशों ने बीच रास्ते में घेरा Bihar News: बिहार के इस जिले में 1000 करोड़ की लागत से सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई की होगी स्थापना, 200 एकड़ में लगेगा उद्योग...500 लोगों को रोजगार Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान
1st Bihar Published by: Viveka Nand Updated Fri, 03 Jan 2025 03:18:33 PM IST
PK का धरना - फ़ोटो Self
Prashant Kishor: पटना के गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के नीचे जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में आमरण अनशन पर बैठे हैं. पीके ने बीती रात गांधी मैदान में ही बिताई. हालांकि पटना जिला प्रशासन ने धरने को अवैध करार देते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया है. बीपीएससी परीक्षा रद्द करने को लेकर आयोजित भूख -हड़ताल में बड़ी संख्या में बाहरी लोग भी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि भीड़ इकट्ठा करने को लेकर बाहरी लोगों को बुलाया गया. अब इसके बाद सत्ताधारी दल के नेता प्रशांत किशोर पर टूट पड़े हैं. निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने भी पीके पर बड़ा प्रहार किया है.
भाड़े के लड़के-लड़कियों के सहारे आंदोलन पर बैठे हैं पीके
भाजपा ने प्रशांत किशोर पर बड़ा हमला बोला है. भारतीय जनता पार्टी OBC मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव निखिल आनंद ने पीके पर बड़ा प्रहार किया है. उन्होंने कहा कि पेशे से प्रशांत किशोर एक इवेंट मैनेजर और मीडिया मैनेजर ही हैं, अब वे नेता बनने चले हैं. जब पीके बीपीएससी छात्रों के समर्थन में धरने पर बैठने गये तो वे भाड़े के लड़के-लड़कियों की फौज के साथ वहां मौजूद हुए. लेकिन राज तो खुलना ही था। पीके ने मौके पर जिन लोगों को इकट्ठा किया था, वे दरअसल बीपीएससी के परीक्षार्थी ही नहीं थे। उनका एक ही मकसद है, राजनीति में चमकने के लिए बिहार की जनता को बेवकूफ बनाना है.
बता दें, प्रशांत किशोर ने 70वीं BPSC परीक्षा में हुई अनियमितता और भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच और दोबारा परीक्षा कराने की मांग की है. इसके अलावे 2015 में 7 निश्चय के तहत किए वादे के अनुसार 18 से 35 साल के हर बेरोजगार युवा को बेरोजगारी भत्ता देने, पिछले 10 वर्षों में प्रतियोगी परीक्षाओं में हुई अनियमितताओं और पेपर लीक की जांच एवं दोषियों पर की गई कार्रवाई पर श्वेत पत्र जारी करने, लोकतंत्र की जननी बिहार को लाठीतंत्र बनाने वाले दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने और बिहार की सरकारी नौकरियों में बिहार के युवाओं की कम से कम दो तिहाई हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए डोमिसाइल नीति लागू की जाए. इन मांगों को लेकर पीके 2 जनवरी शाम से भूख-हड़ताल पर हैं.