ब्रेकिंग न्यूज़

Mokama Murder Case : 'हथियार जमा कराए...', मोकामा हत्याकांड के बाद एक्शन में चुनाव आयोग, कहा - लॉ एंड ऑडर पर सख्ती बरतें Bihar election update : दुलारचंद यादव हत्याकांड का बाढ़ और मोकामा चुनाव पर असर, अनंत सिंह पर एफआईआर; RO ने जारी किया नया फरमान Justice Suryakant: जस्टिस सूर्यकांत बने भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश, इस दिन लेंगे शपथ Bihar News: अब बिहार से भी निकलेंगे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जलवा दिखाने वाले धावक, इस शहर में तैयार हुआ विशेष ट्रैक Dularchand Yadav case : मोकामा में दुलारचंद यादव हत्याकांड में चौथा FIR दर्ज ! अनंत सिंह और जन सुराज के पीयूष नामजद; पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद अब बदलेगा माहौल Bihar Election 2025: "NDA ही कर सकता है बिहार का विकास...", चुनाव से पहले CM नीतीश का दिखा नया अंदाज, सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर किया वोट अपील Bihar Election 2025: NDA ने तय किया विकसित बिहार का विजन, घोषणा पत्र पर पीएम मोदी ने की बड़ी बात Bihar News: बिहार के इस जिले में 213 अपराधी गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार व नकदी जब्त Bihar News: बिहार से परदेश जा रहे लोगों की ट्रेनों में भारी भीड़, वोट के लिए नहीं रुकना चाहते मजदूर; क्या है वजह? Bihar News: भीषण सड़क हादसे में शिक्षिका की मौत, फरार चालक की तलाश में जुटी पुलिस

Devaki: ब्रह्म शक्ति का स्वरूप और भगवान विष्णु के अवतारों की जननी है देवकी

देवकी, मथुरा के राजा उग्रसेन की पुत्री और कंस की बहन, भारतीय पौराणिक कथाओं में एक अद्वितीय स्थान रखती हैं। उनका विवाह वासुदेव से हुआ और वे द्वापर युग में भगवान कृष्ण की माता के रूप में पूजनीय हैं। लेकिन उनका महत्व केवल कृष्ण की माता तक सीमित नहीं है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 26 Jan 2025 07:20:12 AM IST

Devaki

Devaki - फ़ोटो Devaki

Devaki, जो मथुरा के राजा उग्रसेन की पुत्री और कंस की बहन थीं, का उल्लेख भारतीय पौराणिक कथाओं में एक विशेष स्थान रखता है। उनका विवाह वासुदेव से हुआ था, और वे द्वापर युग में भगवान कृष्ण की मां के रूप में जानी जाती हैं। लेकिन देवकी केवल कृष्ण की मां ही नहीं थीं, बल्कि उन्हें ब्रह्म शक्ति का स्वरूप भी माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अपने विभिन्न जन्मों में उन्होंने भगवान विष्णु के अलग-अलग अवतारों को जन्म दिया।


देवकी के पूर्वजन्म की कथा

भागवत पुराण के अनुसार, देवकी का पूर्वजन्म पृश्नि के रूप में हुआ था। उस जन्म में उनके पति सुतपा नामक प्रजापति थे। पृश्नि और सुतपा ने संतान प्राप्ति के लिए कठोर तपस्या की थी। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान विष्णु प्रकट हुए और वरदान मांगने को कहा। तब दोनों ने विष्णु से उनके समान पुत्र का वरदान मांगा। भगवान विष्णु ने उनके तप से प्रसन्न होकर आशीर्वाद दिया, जिसके फलस्वरूप पृश्नि के गर्भ से पृश्निगर्भ नामक पुत्र का जन्म हुआ। यह पुत्र स्वयं भगवान विष्णु का अवतार था।


भगवान विष्णु की इच्छा और वामन अवतार

पौराणिक कथाओं में यह भी बताया गया है कि भगवान विष्णु ने एक बार देवताओं की माता अदिति के मातृत्व को देखकर यह इच्छा प्रकट की थी कि वे भी अदिति के पुत्र के रूप में जन्म लेना चाहते हैं। उनकी यह इच्छा वामन अवतार के रूप में पूरी हुई। वामन अवतार के दौरान भगवान विष्णु ने राजा बलि के अहंकार को समाप्त करने के लिए तीन पगों में पूरी पृथ्वी और ब्रह्मांड को नाप लिया।


देवकी और अदिति का संबंध

द्वापर युग की देवकी को देवी अदिति का अवतार माना जाता है। अदिति, जो प्रजापति दक्ष और माता वीरणी की पुत्री थीं, का विवाह ऋषि कश्यप से हुआ था। अदिति को देवमाता कहा जाता है क्योंकि उनके गर्भ से सभी देवताओं का जन्म हुआ था। इन देवताओं में वामन भगवान (त्रिविक्रम), विवस्वान, अर्यमा, पूषा, त्वष्टा, सविता, भग, धाता, वरुण, मित्र, विधाता और इंद्र शामिल हैं।


देवकी का आध्यात्मिक महत्व

देवकी केवल पौराणिक कथाओं की एक पात्र नहीं हैं, बल्कि उनके माध्यम से यह संदेश मिलता है कि मातृत्व एक दिव्य शक्ति है। भगवान विष्णु ने उनके गर्भ से जन्म लेकर यह प्रमाणित किया कि देवकी ब्रह्म शक्ति का स्वरूप हैं। उनके जीवन से जुड़ी कथाएं धर्म, विश्वास और भक्ति का संदेश देती हैं। इस लेख में बताए गए तथ्य पौराणिक ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन कथाओं का उद्देश्य केवल जानकारी देना है। पाठकों से अनुरोध है कि वे अपने विवेक का उपयोग करें और इन्हें अंतिम सत्य न मानें।