Road Accident: मक्का लोड पिकअप दुर्घटनाग्रस्त, 5 की मौत; 20 घायल Patna Metro: पटना मेट्रो में बिना पढ़े-लिखे लोग भी कर सकेंगे सफर, जानें... क्या है खास सुविधा जो बनाएगी यात्रा आसान NEET UG 2025: नीट यूजी 2025 की काउंसिलिंग शुरू, बिहार में MBBS की 1490 और BDS की 140 सीटें उपलब्ध Bihar News: नहाने गए 7 वर्षीय मासूम पर मगरमच्छ का हमला, मौत Bihar News: शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला, बिहार के 31 हजार से ज्यादा स्कूलों में होगा यह नया काम Bihar News: राजगीर और पटना में बनने जा रहा आधुनिक फोरेंसिक लैब, राज्य सरकार का बड़ा कदम Patna News: पटना को मिली नई रफ्तार, मीठापुर-महुली एलिवेटेड रोड से इन जिलों का सफर होगा सुगम Bihar Weather: उत्तर बिहार में बारिश, दक्षिण में गर्मी का प्रकोप; पटना में इस दिन से राहत BIHAR: बंद बोरे में शव मिलने की अफवाह का वैशाली पुलिस ने किया खुलासा, बोरे से निकला दर्जनों मरा हुआ चूहा BIHAR: कंपाउंडर के बेटे ने नीट में 390 रैंक हासिल कर पिता का सपना किया साकार, पहले प्रयास में मिली सफलता
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 11 Apr 2025 07:32:03 AM IST
Hanuman Jayanti 2025 - फ़ोटो Google
Hanuman Jayanti 2025: हनुमान जन्मोत्सव भक्ति, शक्ति और साहस का पावन पर्व है, जो हर साल चैत्र मास की पूर्णिमा को बड़े उत्साह से मनाया जाता है। इस बार 12 अप्रैल 2025, शनिवार को बजरंगबली का जन्मदिन मनाया जाएगा। हनुमान जी को संकटमोचन कहा जाता है, जो अपने भक्तों की हर मुश्किल को पल में दूर कर देते हैं। अगर आप भी इस खास मौके पर अंजनी पुत्र के दर्शन का मन बना रहे हैं, तो भारत के ये 5 मशहूर मंदिर आपकी लिस्ट में जरूर होने चाहिए।
लेटे हुए हनुमान मंदिर, प्रयागराज
प्रयागराज का यह मंदिर अनोखा है, क्योंकि यहाँ हनुमान जी की 20 फीट लंबी प्रतिमा लेटी हुई अवस्था में है। ऐसा मंदिर पूरे भारत में कहीं और नहीं है। मान्यता है कि संगम का पूरा पुण्य तभी मिलता है, जब आप यहाँ बजरंगबली के दर्शन करते हैं। भक्तों का कहना है कि यहाँ आकर मन की हर मुराद पूरी होती है। हनुमान जन्मोत्सव पर यहाँ श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है और माहौल भक्ति से सराबोर हो जाता है।
हनुमानगढ़ी, अयोध्या
अयोध्या, भगवान राम की नगरी में बसा हनुमानगढ़ी मंदिर दुनियाभर में मशहूर है। कहा जाता है कि रामलला के दर्शन से पहले यहाँ हनुमान जी को मनाना जरूरी है। मंदिर में हनुमान जी की दक्षिणमुखी मूर्ति स्थापित है। यहाँ लाल चोला चढ़ाने की परंपरा है, जिससे बीमारियों और मुश्किलों से छुटकारा मिलता है। जन्मोत्सव पर यहाँ का नजारा देखते ही बनता है, जब भक्त हनुमान चालीसा की गूंज के बीच आशीर्वाद माँगते हैं।
मेहंदीपुर बालाजी, राजस्थान
राजस्थान के दौसा जिले में दो पहाड़ियों के बीच बसा मेहंदीपुर बालाजी मंदिर करीब 1000 साल पुराना है। खास बात यह कि यहाँ हनुमान जी की मूर्ति स्वयं प्रकट हुई थी। यह मंदिर चमत्कारों के लिए जाना जाता है। यहाँ आने वाला कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटता। देशभर से लोग कष्ट निवारण के लिए यहाँ पहुँचते हैं। जन्मोत्सव पर यहाँ का माहौल भक्ति और विश्वास से भर जाता है।
सालासर बालाजी, राजस्थान
चूरू जिले में स्थित सालासर हनुमान मंदिर भी बजरंगबली की महिमा का बड़ा केंद्र है। यहाँ नारियल चढ़ाने की परंपरा है, जिसे बाद में खेत में गाड़ दिया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से हर मनोकामना पूरी होती है। हनुमान जयंती पर यहाँ भक्तों का मेला लगता है और दूर-दूर से लोग दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर की शक्ति और आस्था की कहानियाँ हर किसी को हैरान कर देती हैं।
पंचमुखी हनुमान मंदिर, रामेश्वरम
तमिलनाडु के कुम्बकोनम में स्थित यह मंदिर अपनी पंचमुखी हनुमान प्रतिमा के लिए मशहूर है। पाँच मुखों वाली यह मूर्ति शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक मानी जाती है। यहाँ दर्शन करने वाले भक्तों की हर मनोकामना पूरी होने की मान्यता है। रामेश्वरम की पवित्र धरती पर बसा यह मंदिर दक्षिण भारत में हनुमान भक्ति का बड़ा केंद्र है। जन्मोत्सव पर यहाँ का दृश्य अद्भुत होता है।