जाकिर बन गया जगदीश: 8 मुसलमानों ने हिन्दू धर्म को अपनाया, हवन और वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुद्धिकरण HAJIPUR: जननायक एक्सप्रेस से 8 किलो अफीम बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार ISM में वेदांता इंटरनेशनल और ICICI बैंक के कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव 2025 का आयोजन, कई छात्र-छात्राओं का हुआ चयन Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुंगेर में शरारती तत्वों ने चलाया बत्ती गुल अभियान, डॉक्टर ने लाइट्स बंद नहीं किया तो जान से मारने की दी धमकी Bihar News: वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत, बारिश के दौरान हुआ हादसा मधुबनी में दहेज दानवों की करतूत: दो लाख रूपये के लिए 2 बच्चों की मां की पीट-पीटकर हत्या Pahalgam Attack: ‘हर आतंकवादी के चुन-चुनकर मारेंगे’ आतंक के आकाओं को अमित शाह का सख्त मैसेज Pahalgam Attack: ‘हर आतंकवादी के चुन-चुनकर मारेंगे’ आतंक के आकाओं को अमित शाह का सख्त मैसेज
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 08 Jan 2025 08:33:37 AM IST
Magha Gupt Navratri 2025 - फ़ोटो Magha Gupt Navratri 2025
Magha Gupt Navratri 2025: हिंदू धर्म में नवरात्रि का पर्व विशेष महत्व रखता है। पूरे वर्ष में चार नवरात्रि होते हैं, जिनमें से दो गुप्त होती हैं और दो प्रमुख नवरात्रि - शारदीय और चैत्र नवरात्रि होती हैं। 2025 की पहली नवरात्रि माघ गुप्त नवरात्रि के रूप में आने वाली है, जो 30 जनवरी से शुरू होगी और 7 फरवरी तक चलेगी।
गुप्त नवरात्रि का महत्व:
गुप्त नवरात्रि को विशेष रूप से तंत्र-मंत्र साधना और देवी दुर्गा के महाविद्याओं की पूजा के लिए माना जाता है। यह नवरात्रि गुप्त रूप से मनाई जाती है और इस दौरान देवी दुर्गा के 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है, जिससे विशेष ऊर्जा मिलती है और सभी दुखों का निवारण होता है। माघ मास में यह नवरात्रि हिंदू कैलेंडर का अंतिम नवरात्रि पर्व होती है, जो महत्वपूर्ण होती है।
घटस्थापना और शुभ मुहूर्त:
गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 30 जनवरी को होगी, और पहले दिन घटस्थापना का विशेष महत्व है। ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल के अनुसार, घटस्थापना का शुभ मुहूर्त प्रातः 8:21 बजे तक है। इसके अलावा, अभिजीत मुहूर्त भी विशेष होता है, जो सुबह 11 बजे से लेकर 11:40 बजे तक रहेगा। इस समय में घटस्थापना करके नवरात्रि की पूजा करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।
माघी नवरात्रि में पूजा का महत्व:
माघ मास की नवरात्रि में माता दुर्गा की पूजा के साथ-साथ विशेष रूप से स्नान और दान का महत्व होता है। इसे पुण्य के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दौरान देवी दुर्गा की पूजा से जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
गुप्त नवरात्रि का पर्व विशेष रूप से तंत्र-मंत्र की साधना और देवी दुर्गा की महाविद्याओं के पूजन के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। इस नवरात्रि के दौरान की गई पूजा से जीवन के सभी दुखों का निवारण होता है और मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं।