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Dharm News: स्नान के बाद न करें ये गलतियां, वरना बढ़ सकती है नकारात्मक ऊर्जा

सनातन धर्म में स्नान को केवल शारीरिक शुद्धि का साधन ही नहीं, बल्कि आत्मिक और आध्यात्मिक शुद्धि का भी महत्वपूर्ण अंग माना गया है। शास्त्रों में उल्लेख है कि स्नान के बाद कुछ विशेष नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक होता है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 22 Feb 2025 07:38:06 AM IST

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Dharm News: सनातन धर्म में स्नान को शारीरिक और आत्मिक शुद्धि का एक महत्वपूर्ण साधन माना गया है। धार्मिक और वास्तु शास्त्रों में यह बताया गया है कि स्नान के बाद कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक होता है, ताकि जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहे और नकारात्मक ऊर्जा हावी न हो। कुछ छोटी-छोटी गलतियां अशुभ प्रभाव डाल सकती हैं और दुर्भाग्य को निमंत्रण दे सकती हैं। आइए जानते हैं वे कौन-कौन से कार्य हैं, जिन्हें स्नान के बाद करने से बचना चाहिए।


1. बाथरूम में गंदा पानी न छोड़ें

अक्सर लोग नहाने के बाद बाल्टी में गंदा पानी छोड़ देते हैं या बाथरूम में पानी जमा रहने देते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, यह आदत राहु और केतु के अशुभ प्रभाव को बढ़ा सकती है, जिससे घर में आर्थिक तंगी और दरिद्रता का वास होता है। इसलिए स्नान के बाद हमेशा बाल्टी को खाली करें और बाथरूम को स्वच्छ रखें।


2. टूटे हुए बाल बाथरूम में न छोड़ें

स्नान के दौरान बालों का झड़ना सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन यदि ये बाल बाथरूम में ही पड़े रहें, तो इसे अशुभ माना जाता है। वास्तु के अनुसार, बाथरूम में गिरे बाल शनि और मंगल ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को बढ़ा सकते हैं, जिससे जीवन में परेशानियां आ सकती हैं। इसलिए स्नान के बाद गिरे हुए बालों को साफ करके कूड़ेदान में डालें।


3. स्नान के बाद गंदे कपड़े न धोएं

अगर आपको कपड़े धोने हैं, तो स्नान करने से पहले ही उन्हें धो लें। स्नान के तुरंत बाद गंदे कपड़े धोने से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है और यह घर में कलह-क्लेश का कारण बन सकता है।


4. गीले कपड़े बाथरूम में न छोड़ें

अक्सर लोग स्नान के बाद अपने गीले कपड़े बाथरूम में ही छोड़ देते हैं, जो कि वास्तु शास्त्र के अनुसार गलत है। यह नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है और घर में आर्थिक संकट ला सकता है। इसलिए स्नान के बाद गीले कपड़ों को उचित स्थान पर सुखाना चाहिए।


5. चप्पल पहनकर स्नान न करें

वास्तु और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, स्नान करने से पहले चप्पल उतार देनी चाहिए। चप्पल पहनकर नहाने से राहु और केतु के नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।


6. स्नान के तुरंत बाद मांग में सिंदूर न भरें

शास्त्रों के अनुसार, महिलाओं को स्नान के तुरंत बाद मांग में सिंदूर नहीं भरना चाहिए। यह अशुभ माना जाता है और पति की आयु को प्रभावित कर सकता है। स्नान के बाद पहले स्वयं को पूरी तरह से तैयार करें और फिर सिंदूर लगाएं।


7. बाथरूम में टूटा हुआ साबुन या टूटी हुई वस्तुएं न रखें

बाथरूम में टूटा हुआ साबुन या अन्य टूटी हुई वस्तुएं रखना वास्तु दोष को जन्म देता है। यह दुर्भाग्य और नकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करता है। इसलिए बाथरूम में टूटी हुई चीजों को तुरंत हटा देना चाहिए।


8. स्नान के बाद ध्यान और प्रार्थना करें

स्नान के बाद कुछ समय ध्यान और प्रार्थना करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह न केवल मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि घर के वातावरण को भी शुद्ध करता है। स्नान केवल शरीर की सफाई के लिए ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और मानसिक शुद्धि के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है। अगर स्नान के बाद सही नियमों का पालन किया जाए, तो इससे जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है और दुर्भाग्य से बचाव होता है। इसलिए इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें और अपने जीवन को सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर बनाएं।