Pisces Sankranti 2025: मीन संक्रांति 2025 कब; जानें शुभ मुहूर्त, योग और पूजा विधि

सनातन धर्म में संक्रांति तिथि का विशेष महत्व है, क्योंकि इस दिन सूर्य देव एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। मीन संक्रांति के अवसर पर भक्तगण सूर्य उपासना, गंगा स्नान, दान-पुण्य और जप-तप करके जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 03 Mar 2025 06:00:42 AM IST

Pisces Sankranti 2025

Pisces Sankranti 2025 - फ़ोटो Pisces Sankranti 2025

Pisces Sankranti 2025: सनातन धर्म में संक्रांति तिथि को सूर्य देव की पूजा के लिए विशेष माना जाता है। इस दिन आरोग्य जीवन, मानसिक एवं आर्थिक कष्टों से मुक्ति के लिए सूर्य देव की साधना की जाती है। मीन संक्रांति के दिन गंगा स्नान, दान-पुण्य, जप-तप और सूर्य उपासना करने से करियर संबंधी परेशानियां दूर होती हैं।


मीन संक्रांति और सूर्य गोचर

ज्योतिषीय गणना के अनुसार, इस वर्ष मीन संक्रांति 14 मार्च 2025 को मनाई जाएगी। इस दिन सूर्य देव कुंभ राशि से मीन राशि में प्रवेश करेंगे। फाल्गुन पूर्णिमा तिथि पर सूर्य गोचर के साथ ही खरमास की शुरुआत होगी, जिसके दौरान शुभ कार्य करने की मनाही होती है। सूर्य देव 13 अप्रैल तक मीन राशि में स्थित रहेंगे और इसके बाद 14 अप्रैल को मेष राशि में प्रवेश करेंगे।


मीन संक्रांति 2025: शुभ मुहूर्त

तिथि: 14 मार्च 2025 (फाल्गुन पूर्णिमा)

पुण्य काल: दोपहर 12:39 बजे से शाम 06:29 बजे तक

महा पुण्य काल: शाम 04:29 बजे से 06:29 बजे तक

पुण्य क्षण: शाम 06:59 बजे


मीन संक्रांति के शुभ योग

शिववास योग: दोपहर 12:23 बजे से शुरू

उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र: इस संक्रांति पर शुभ नक्षत्र का संयोग

बव और बालव करण योग: यह योग धार्मिक कार्यों के लिए शुभ माने जाते हैं


पंचांग अनुसार महत्वपूर्ण समय

सूर्योदय: सुबह 06:32 बजे

सूर्यास्त: शाम 06:29 बजे

चंद्रोदय: शाम 06:38 बजे

ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:55 बजे से 05:44 बजे तक

विजय मुहूर्त: दोपहर 02:30 बजे से 03:18 बजे तक

गोधूलि मुहूर्त: शाम 06:26 बजे से 06:51 बजे तक

निशिता मुहूर्त: रात्रि 12:06 बजे से 12:54 बजे तक


मीन संक्रांति पर करें ये विशेष उपाय

गंगा स्नान करें और सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करें।

जप-तप और दान-पुण्य करें, विशेष रूप से गुड़, तांबा, गेहूं और लाल वस्त्र का दान शुभ माना जाता है।

सूर्य देव की कृपा पाने के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र या गायत्री मंत्र का जाप करें।

इस दिन आहार और व्यवहार में संयम रखने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।

मीन संक्रांति धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत शुभ मानी जाती है। इस दिन सूर्य देव की पूजा और दान-पुण्य करने से जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। साथ ही, यह तिथि आगामी खरमास की शुरुआत का संकेत भी देती है, जिससे शुभ कार्यों में एक महीने तक विराम लग जाता है।