ब्रेकिंग न्यूज़

Bhojpur News: अजय सिंह ने जन्मदिन पर 18 गांवों के खिलाड़ियों के बीच खेल किट का किया वितरण, युवाओं में दिखा भारी उत्साह Bhojpur News: अजय सिंह ने जन्मदिन पर 18 गांवों के खिलाड़ियों के बीच खेल किट का किया वितरण, युवाओं में दिखा भारी उत्साह Life Style: बच्चों को जरूरत से ज्यादा मीठा खिलाना पड़ सकता है भारी, हो सकती है यह गंभीर समस्या पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट से मचा हड़कंप, 4 महिलाओं की दर्दनाक मौत, 6 की हालत गंभीर Viral Video: चलती बाइक पर रोमांस कपल को पड़ा भारी, पुलिस ने काट दिया भारी भरकम चालान; वीडियो वायरल Viral Video: चलती बाइक पर रोमांस कपल को पड़ा भारी, पुलिस ने काट दिया भारी भरकम चालान; वीडियो वायरल Bihar News: शिक्षक का शव बंद कमरे से बरामद, तलाक के बाद से बढ़ गया था अकेलापन और तनाव Bihar News: शैक्षणिक हब के रूप में विकसित होगा बिहार का यह जिला, एस.सिद्धार्थ ने बताया सरकार का प्लान मुंह में मधुमक्खी जाने से गई थी संजय कपूर की जान, जानें... ऐसी हालत में करना चाहिए कौन सा काम? Bihar News: भागलपुर-हंसडीहा फोरलेन के लिए 406 भूस्वामियों से ली जाएगी जमीन, गजट जारी

स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र, भय और भ्रम से मुक्ति के उपाय

स्वामी अवधेशानंद जी गिरि, एक प्रसिद्ध संत और अध्यात्मिक मार्गदर्शक, अपने जीवन सूत्रों के माध्यम से हमे यह सिखाते हैं कि भय और भ्रम से मुक्ति के लिए आत्म-ज्ञान और सत्य का अनुसरण करना अत्यंत आवश्यक है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 21 Jan 2025 06:28:27 AM IST

Swami Avadheshanand Ji Giri life sutras

Swami Avadheshanand Ji Giri life sutras - फ़ोटो Swami Avadheshanand Ji Giri life sutras

Swami Avadheshanand Ji Giri life sutras: स्वामी अवधेशानंद जी गिरि, जो कि एक वरिष्ठ संत और अध्यात्मिक मार्गदर्शक हैं, उनके जीवन सूत्रों में यह स्पष्ट रूप से देखा जाता है कि भय और भ्रम से मुक्ति के लिए व्यक्ति को सत्य का अनुसरण करना आवश्यक है। उनका मानना है कि स्वाध्याय, विवेक, वैराग्य और श्रम करने की उत्सुकता के साथ आत्म-ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है। इन भावनाओं को अपनाकर एक व्यक्ति अपने जीवन में सत्य के प्रति जागरूकता पैदा करता है और सांसारिक दुखों से उबर सकता है।


स्वामी जी के अनुसार, भय और भ्रम उन परिस्थितियों से उत्पन्न होते हैं, जो हमारे भीतर अनिश्चितता और असुरक्षा का अहसास कराती हैं। जब मनुष्य सांसारिक जीवन की परेशानियों में उलझता है और उसे नहीं समझ पाता कि उसका उद्देश्य क्या है, तब वह भय और भ्रम का शिकार हो जाता है। लेकिन जब व्यक्ति सत्य को जानने की दिशा में कदम बढ़ाता है, तो यह भय और भ्रम दूर हो जाते हैं।


स्वामी जी बताते हैं कि सत्संग का महत्व अत्यधिक है। संतों के संपर्क में आकर, उनके विचारों को सुनकर और उनके मार्गदर्शन से हमें आत्म-ज्ञान की प्राप्ति होती है। यह आत्म-ज्ञान व्यक्ति को भीतर से शक्ति प्रदान करता है और उसे अपने जीवन के उद्देश्य को समझने में मदद करता है। जब सत्य का बोध होता है, तब सांसारिक दुख छोटे महसूस होते हैं या वे खत्म हो जाते हैं, क्योंकि आत्मा की शांति और परम सत्य की प्राप्ति से जीवन में संतुलन और समाधान आता है।


आध्यात्मिक मार्ग पर चलने से, व्यक्ति मानसिक शांति, ध्यान और समाधि की अवस्था में प्रवेश करता है, जो उसे किसी भी बाहरी भय और भ्रम से मुक्त कर देता है। वे हमें यह सिखाते हैं कि सत्य का अनुसरण ही हमारे जीवन को दुखों से मुक्त करने का सबसे प्रभावी उपाय है। स्वामी अवधेशानंद जी गिरि का संदेश सरल है: "जब सत्य जानने की चाहत होती है, तब हम सांसारिक दुखों और भ्रम से मुक्त हो जाते हैं।"