1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 21 Aug 2025 04:54:12 PM IST
Bronco Test - फ़ोटो file photo
Bronco Test : टीम इंडिया ने भले ही इंग्लैंड में काफी अच्छा प्रदर्शन की हो लेकिन इस दौरान एक चीज़ काफी चर्चा में रही वह थी प्लेयर की फिटनेस। यही वजह रही है कि टीम के स्टार गेंदबाज ने पहले ही कह दिया की वह महज तीन टेस्ट ही खलेंगे। अर्शदीप सिंह कोई मैच नहीं खेल सके, पर वो भी चोटिल हो गए। उनके अलावा आकाशदीप और प्रसिद्ध कृष्णा तीन-तीन मैच ही खेल सके। ऐसे में अब फिटनेस को लेकर हेड कोच ने नया रुल लाने की बात कही है।
दरअसल, टीम के पेसर्स की फिटनेस को लेकरकोच गौतम गंभीर ने टीम के स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच एड्रियन ली रॉक्स के सुझाव पर टीम के प्लेयर्स के लिए ब्रॉन्को टेस्ट (Bronco Test) शुरू करने जा रहे हैं। बताया तो यह भी जा रहा है कि टीम के कुछ टॉप प्लेयर्स ने बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, बेंगलुरु \ में ब्रॉन्को टेस्ट दे भी दिया है।
जानकारी हो कि, अभी तक BCCI पहले ही यो-यो टेस्ट कराती है। इसमें टॉप क्रिकेटर्स के लिए 2 किलोमीटर की टाइम ट्रायल होती है। लेकिन अब ब्रॉन्को टेेस्ट करवाए जाने की बात कही जा रही है। वैसे तो यह टेस्ट मूल रूप से रग्बी प्लेयर्स के लिए होता है। इसमें एक प्लेयर को एक बार में पहले 20 मीटर की छोटी दौड़ लगानी होती है, इसके बाद 40 मीटर और फिर 60 मीटर की। जब प्लेयर इसे पूरा कर लेता है इसे वन सेट यानी एक सेट माना जाता है। एक प्लेयर को ऐसे 5 सेट्स लगाने होते हैं, वो भी बिना रुके। यानी बिना रुके एक प्लेयर को इस तरह कुल 1200 मीटर दौड़ना होता ह। इस टेस्ट को पूरा करने के लिए एक प्लेयर के पास कुल 6 मिनट का समय होता है।
आपको बताते चलें कि 2 किलोमीटर की टाइम ट्रायल में, पेसर्स के लिए यह बेंचमार्क 8 मिनट और 15 सेकेंड का था। वहीं, बैटर्स, विकेटकीपर्स और स्पिनर्स के लिए ये 8 मिनट और 30 सेकेंड था। यो-यो टेस्ट में 20 मीटर की दूरी पर रखे गए मार्करों के बीच बढ़ती स्पीड के साथ दौड़ना शामिल है। इसमें हर 40-मीटर की दौड़ के बीच 10 सेकेंड का ब्रेक होता है। भारतीय टीम के लिए न्यूनतम यो-यो लेवल 17.1 निर्धारित किया गया था। ये टेस्ट न्यूजीलैंड क्रिकेट से अडैप्ट किया गया है।