1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 07 Sep 2025 07:56:29 AM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Google
Asia Cup: एशिया कप 2025 का आगाज 9 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात में होने जा रहा है और भारतीय टीम 10 सितंबर को यूएई के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी। आठ बार की चैंपियन भारत इस बार नौवीं खिताबी जीत का लक्ष्य लेकर उतरेगी। टूर्नामेंट में आठ टीमें भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, यूएई, हांगकांग और ओमान हिस्सा लेंगी। भारत और पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को दुबई में होने वाला मुकाबला सबसे ज्यादा चर्चा में है। इस बीच, एक ऐसा रिकॉर्ड सामने आया है जो भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज है और आज तक कोई भारतीय खिलाड़ी इसे तोड़ नहीं पाया।
सचिन तेंदुलकर एशिया कप के इतिहास में इकलौते भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 500 से ज्यादा रन बनाए और 15 से ज्यादा विकेट लिए हैं। यह ऑलराउंड प्रदर्शन उनकी महानता का प्रतीक है। तेंदुलकर ने एशिया कप में 23 मैच खेले हैं, जिनमें 21 पारियों में 971 रन बनाए। उनकी बल्लेबाजी में कई यादगार पारियां शामिल हैं जो उन्हें टूर्नामेंट के तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बनाती हैं। गेंदबाजी में भी उन्होंने 17 विकेट हासिल किए हैं जो उनके हरफनमौला कौशल को दर्शाता है। यह संयोजन- 500+ रन और 15+ विकेट- इतना अनोखा है कि कोई अन्य भारतीय खिलाड़ी इसके करीब भी नहीं पहुंच सका।
मौजूदा भारतीय टीम में शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव जैसे शानदार बल्लेबाज और हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल जैसे ऑलराउंडर मौजूद हैं, लेकिन तेंदुलकर का यह रिकॉर्ड अब तक अटूट है। गिल और सूर्यकुमार बल्ले से शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं, लेकिन गेंदबाजी में योगदान देना उनके लिए असामान्य है। हार्दिक और अक्षर ऑलराउंडर हैं पर उनके रन और विकेट का आंकड़ा तेंदुलकर के इस कीर्तिमान तक पहुंचने से दूर है। तेंदुलकर ने 1990 से 2012 तक एशिया कप में अपनी बल्लेबाजी और मध्यम गति की गेंदबाजी से यह रिकॉर्ड बनाया है।
एशिया कप 2025 में भारत के पास मजबूत टीम है, जिसमें जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह जैसे गेंदबाज और सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में आक्रामक बल्लेबाजी लाइनअप शामिल है। फिर भी, तेंदुलकर का यह ऑलराउंड रिकॉर्ड तोड़ना आसान नहीं होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह का संतुलित प्रदर्शन आधुनिक क्रिकेट में दुर्लभ है, क्योंकि आजकल खिलाड़ी बल्लेबाजी या गेंदबाजी में से किसी एक क्षेत्र में विशेषज्ञता रखते हैं। तेंदुलकर का यह रिकॉर्ड न केवल उनकी प्रतिभा का सबूत है, बल्कि एशिया कप के इतिहास में एक मील का पत्थर भी है। अब देखना यह है कि क्या कोई युवा खिलाड़ी भविष्य में इस रिकॉर्ड को चुनौती दे पाएगा या यह तेंदुलकर की विरासत के साथ हमेशा अटूट रहेगा।