1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 10 Oct 2025 12:51:39 PM IST
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Aurangabad boat accident : बिहार के औरंगाबाद जिले में एक बड़ी त्रासदी सामने आई है। स्थानीय समयानुसार, नवीनगर प्रखंड के बड़े गांव के पास सोन नदी में नाव डूबने की घटना हुई है। यह हादसा तब हुआ जब कुछ लोग खेती करने और पशु चारा लाने के लिए नदी पार कर रहे थे। इस दौरान नाव संतुलन खो बैठी और उसमें सवार लगभग छह लोग पानी में डूब गए। हादसे में कुछ लड़कियों सहित कई लोग गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, हादसे के समय नाव में करीब एक दर्जन लोग सवार थे। नाव अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे कुछ लोग तुरंत नदी में गिर गए। घटना की जानकारी मिलते ही गांववासियों ने मदद के लिए प्रयास शुरू कर दिया। पास-पड़ोस के लोग और स्थानीय मछुआरे तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और डूबे हुए लोगों को बचाने का प्रयास किया। इसके अलावा प्रशासन की ओर से भी टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया।
घटना में डूबे लोगों की खोजबीन के लिए एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) की टीम को बुलाया गया। गोताखोरों की मदद से नदी में डूबे अन्य लोगों को खोजने का काम जारी है। प्रशासन ने घटना स्थल पर सुरक्षा और बचाव व्यवस्था कड़ी कर दी है। वहीं, घटना स्थल पर काफी भीड़ जमा हो गई है। ग्रामीण और परिवारजन हादसे की खबर सुनकर घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
मृतक युवती की पहचान तमन्ना परवीन के रूप में की गई है, जिसकी उम्र केवल 21 वर्ष थी। वह बडेम गांव के निवासी सलीम अंसारी की बेटी थी। स्थानीय लोगों और प्रशासन की टीम ने नदी से उनका शव निकाल लिया। शव को सुरक्षित तरीके से अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। तमन्ना के परिवार में कोहराम मच गया है और पूरे गांव में शोक की लहर है। परिवारजन और रिश्तेदार इस हादसे से गहरे सदमे में हैं।
स्थानीय लोग बताते हैं कि सोन नदी पार करना उनके रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा है। लोग रोजाना खेती करने के लिए और पशु चारा लाने के लिए नाव का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि यह नदी कई बार खतरे का कारण भी बन चुकी है, लेकिन ग्रामीणों के पास अन्य कोई विकल्प नहीं है। वहीं प्रशासन ने चेतावनी जारी की है कि नाव पार करते समय सभी सुरक्षा उपाय अपनाएं और भीड़ वाली नावों से बचें।
इस हादसे ने इलाके में भय और चिंता बढ़ा दी है। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है। एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस के साथ ग्रामीण मिलकर डूबे लोगों को ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि सभी प्रभावित परिवारों को आवश्यक मदद दी जाएगी।
हादसे की सूचना मिलते ही मीडिया और स्थानीय अधिकारियों ने भी घटना स्थल का दौरा किया। घटना की गंभीरता को देखते हुए आगे की कार्रवाई और सुरक्षा उपायों पर चर्चा की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर नदी में नाव चलाने के लिए कोई सुरक्षित पुल या मार्ग बनाया जाए तो इस तरह के हादसे भविष्य में रोके जा सकते हैं।
अभी तक छह लोगों के डूबने की पुष्टि हुई है, जबकि कुछ अन्य लोग भी पानी में फंसे होने की आशंका है। खोज और बचाव कार्य जारी है। इस बीच, तमन्ना परवीन के परिवार को सांत्वना देने के लिए प्रशासन और स्थानीय लोग घटनास्थल पर जुटे हैं। हादसे ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है और लोगों में नदी पार करने के प्रति सतर्कता बढ़ा दी है।
यह हादसा हमें यह याद दिलाता है कि जीवन की अनिश्चितताओं से हमेशा सावधान रहना चाहिए। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वह नदी पार करते समय सुरक्षा नियमों का पालन करें और जरूरत पड़ने पर मदद लेने से हिचकिचाएं नहीं। स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम लगातार खोज और बचाव कार्य में जुटी हुई है, ताकि बाकी बचे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके और भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके।
इस तरह का हादसा बिहार के ग्रामीण इलाकों में रोजमर्रा की जिंदगी की कठिनाइयों और जोखिमों को उजागर करता है। ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन और स्थानीय समुदाय को मिलकर प्रभावी कदम उठाने होंगे। घटना की भयावहता और प्रभावित परिवारों की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार भी आगे मदद मुहैया कराने की योजना बना रही है।