Bihar School News: चोली के पीछे क्या है? बिहार के स्कूल में परीक्षा के दौरान बजा अश्लील गाना, वीडियो हो गया वायरल

Bihar School News:बिहार के बेगुसराय से चौका देने वाला मामला सामने आया है, जहां शिक्षा के मंदिर में फिल्मी गाना बजा कर बच्चे एग्जाम दे रहे हैं... जानें

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 22 Mar 2025 05:02:03 PM IST

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फिल्मी गानों के साथ दिया एग्जाम - फ़ोटो GOOGLE

Bihar School News: बिहार के बेगुसराय से चौका देने वाला मामला सामने आया है, जहां शिक्षा के मंदिर में फिल्मी गाना बजा कर बच्चे एग्जाम दे रहे हैं। दरअसल, बेगुसराय के मंसूरचक प्रखंड के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नैपुर बहरामपुर में शुक्रवार यानि को 21 मार्च को 9वीं के परीक्षा हॉल में फिल्मी गानों पर विद्यार्थी परीक्षा देते नजर आए है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। 


स्कूल के क्लास के ब्लैक बोर्ड पर मोबाइल रख कर फिल्मी गाने बजा रहे है साथ ही क्लास के बेंच पर अन्य कई मोबाईल रखे हुए है। ब्लैक बोर्ड पर रखे जिसमें एक वीडियो चल रहा है और गाना बज रहा है ‘चोली के नीचे क्या है चोली के पीछे’, और बच्चें परीक्षा दे रहें हैं। जानकारी के अनुसार, स्कूल के 9वीं क्लास की परीक्षा शुरू हुई है। पहले दिन गणित और अंग्रेजी विषय की परीक्षा थी। अन्य विद्यालयों की तरह यहां भी बच्चे परीक्षा देने आए, लेकिन क्लास में कोई शिक्षक नहीं थे। 


शिक्षक के मौजूदगी नहीं होने पर बच्चों ने ब्लैक बोर्ड पर मोबाइल रखकर तेज आवाज में गाना बजा दिया। मोबाइल में खलनायक फिल्म का गाना बज रहा है 'चोली के पीछे क्या है चोली के पीछे, चोली के नीचे क्या है, चोली के नीचे।' बच्चे गाना सुनते हुए परीक्षा दे रहे हैं, बीच-बीच में बातें भी कर रहे हैं, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जो हर ओर चर्चा का विषय बना हुआ है। अब लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर यह कैसी परीक्षा हो रही है, जिसमें क्लास में टीचर नहीं हैं और खुलेआम बच्चे अश्लील गाना बजा रहे हैं और परीक्षा दे रहें हैं। 


वीडियो वायरल होने के बाद आज प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि स्कूल पहुंचकर पूरे मामले की जांच कर रही है। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि जल्द से जल्द इस मामले का जांच किया जाए और दोषी को कड़ी सजा दी जाए। पूछताछ के बाद स्कूल प्रिंसिपल नेहा कुमारी स्वीकार किया है और कहा कि वायरल वीडियो मेरे ही विद्यालय का है। हम लोग उसकी जांच कर रहे हैं। यह बच्चे गांव वालों से मिलकर सुनियोजित तरीके से वीडियो बनाकर वायरल किया गया है। 


आगे बताया कि यह वहीं बच्चें है जो यूनिफार्म के आते थे, इसलिए परीक्षा देने नहीं दिया था। इस कारण से इन लोगों ने जानबूझकर वीडियो बनाया है और ग्रामीण बच्चों के साथ मिलकर वायरल किया है। यह सब एक सोची समझी साजिश है। फिलहाल, अधिकारियों को पूरे मामले को लेकर लिखित शिकायत की गई है। जांच हो रही है जल्द से जल्द दोषी का पता कर उसे सजा दी जाएगी।