ब्रेकिंग न्यूज़

वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी

Bihar News: बिहार कृषि विश्वविद्यालय का नाम एक बार फिर हुआ रौशन, रिसर्चर देबजीत बने ISRO में वैज्ञानिक

Bihar News: बीएयू (BIHAR AGRICULTURAL UNIVERSITY) के छात्र देबजीत चक्रवर्ती का इसरो में वैज्ञानिक के रुप में चयन हुआ है। जिससे पूरे राज्य में खुशी की लहर है।

1st Bihar Published by: KHUSHBOO GUPTA Updated Fri, 11 Apr 2025 10:49:49 AM IST

Bihar News

बिहार कृषि विश्वविद्यालय का नाम एक बार फिर हुआ रौशन, रिसर्चर देबजीत बने ISRO में वैज्ञानिक - फ़ोटो google

Bihar News: बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर लगातार नये-नये कीर्तिमान हासिल कर रहा है। बीएयू के मृदा विज्ञान और कृषि रसायन विभाग के शोधार्थी देबजीत चक्रवर्ती का चयन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान परिषद (इसरो) में वैज्ञानिक के रूप में हुआ है। देबजीत चक्रवर्ती मूलरूप से पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के सिंगुर, बोराई के रहने वाले हैं।


अपनी सफलता पर खुशी जताते हुए देबजीत ने कहा कि ''कंप्यूटर टेस्ट के आधार पर मेरा चयन हुआ है। 30 दिसंबर 2024 को इसरो द्वारा एनआरएससी की परीक्षा ली गई थी, जिसमें मैं शामिल हुआ था, उसमें मुझे सफलता मिली। मेरा चयन इसरो में वैज्ञानिक के रूप में हुआ है। यूनिवर्सिटी में 5 साल से अधिक समय बीत गया। इस दौरान मुझे यहां काफी कुछ सीखने के लिए मिला। यहां जितने भी प्रोफेसर और वैज्ञानिक हैं, उन्होंने काफी मोटिवेट किया। जिसके कारण आज मैं यहां तक पहुंच पाया हूं।'' 


साल 2019 में  देबजीत चक्रवर्ती आईसीएआर-एनटीएस फेलो के रूप में विवि में नामांकित हुए थे। वे एसएससी, बीएयू सबौर के जूनियर वैज्ञानिक डॉ. निंटू मंडल के सानिध्य में पीएचडी कर रहे हैं। उनका डॉक्टरेट शोध प्रबंध गैर-कैल्केरियस और कैल्केरियस मिट्टी में गेहूं राइजोस्फीयर के तहत लौह और जस्ता नैनोकणों के बैक्टीरिया मध्यस्थता संश्लेषण और उनके मूल्यांकन पर आधारित है। आपको बता दें कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर ने कृषि क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की है। जिनमें अनुसंधान, शिक्षा और प्रसार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य शामिल हैं।