ब्रेकिंग न्यूज़

मुंगेर में चुनाव से पहले 1.72 किलो चांदी जब्त, फ्लाइंग स्क्वॉड टीम की बड़ी कार्रवाई मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय

Bihar Teacher News: बिहार के इन तीन शिक्षकों का क्या था कसूर? शिक्षा विभाग ने ले लिया यह बड़ा एक्शन

Bihar Teacher News: बिहार के जमुई में स्कूल में पढ़ा रहे तीन शिक्षकों की नौकरी देखती ही देखते चली गई. तीनों को बर्खास्त करने के बाद शिक्षा विभाग ने उनसे वेतन के पैसे रिकवरी करने के आदेश दे दिए हैं.

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 14 Apr 2025 01:34:59 PM IST

Bihar Teacher News

- फ़ोटो google

Bihar Teacher News: बिहार के जमुई जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक ही विद्यालय में पदस्थापित तीन शिक्षकों को एक ही दिन में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। इन शिक्षकों को कभी अंदेशा भी नहीं था कि उनके साथ ऐसा कुछ हो सकता है।


शिक्षा विभाग ने फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर नौकरी कर रहे इन तीनों शिक्षकों रविंद्र कुमार, रवि गोपाल कुमार और अनु कुमारी को सेवा से मुक्त कर दिया है। ये सभी शिक्षक जमुई जिले के बरहट प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, नगदेवा में कार्यरत थे। विभाग द्वारा जारी आदेश में उनके खिलाफ वेतन की वसूली (रिकवरी) का निर्देश भी दिया गया है।


दरअसल, वर्ष 2024 में इन शिक्षकों ने सक्षमता परीक्षा के लिए आवेदन किया था, जिसके दौरान उनके प्रमाण पत्रों को फर्जी पाया गया। इसके बाद सत्यापन के लिए इन्हें कई बार बुलाया गया, लेकिन वे लगातार अनुपस्थित रहे। 13 से 17 मई 2024 के बीच प्रमाण पत्र सत्यापन हेतु इन शिक्षकों को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए कहा गया था। जब वे उपस्थित नहीं हुए, तो उन्हें स्पष्टीकरण देने का भी अवसर दिया गया, फिर भी वे नहीं आए। 


विभाग ने स्पीड पोस्ट के माध्यम से पत्र भेजा, लेकिन पता गलत होने के कारण पत्र वापस लौट आया। इसके बाद नियोजन समिति की बैठक में इन शिक्षकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। इस मामले को लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सीमा कुमारी द्वारा आधिकारिक पत्र जारी किया गया है। फर्जी शिक्षकों के खिलाफ शिक्षा विभाग की यह बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।