ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: अश्विनी हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, घटना के दो महीने बाद पुलिस ने दबोचा बेगूसराय में बाढ़ का कहर: 12 घंटे में 7 की मौत, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप BIHAR: गंगा नदी में 100 KM बहकर बचा शख्स, बेंगलुरु से आने के बाद पटना में लगाई थी छलांग Bihar News: बिहार में पानी में डूबने से दो सगी बहनों की मौत, छोटी सी गलती और चली गई जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी

मुजफ्फरपुर जेल में 30 बंदी कर रहे चैती छठ, छठव्रतियों के बीच साड़ी का वितरण

आज खरना पूजा के बाद छठव्रतियां 36 घंटे का निर्जना व्रत रखेंगी। 3 अप्रैल को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और 4 अप्रैल को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत समाप्त होगा। इस पर्व में स्वच्छता का विशेष महत्व है।

1st Bihar Published by: MANOJ KUMAR Updated Wed, 02 Apr 2025 05:27:14 PM IST

BIHAR

चैती छठ - फ़ोटो reporter

Chaiti Chhath Pooja: चार दिवसीय चैती महापर्व छठ का आज दूसरा दिन है। आज खरना पूजा है इसे लेकर पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है। खरना पूजा के बाद 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू होगा। मुजफ्फरपुर केंद्रीय कारा में 30 बंदी इस बार चैती छठ कर रहे हैं। जिसमें 19 महिलाएं और 11 पुरुष शामिल हैं। कारा प्रशासन ने इसे लेकर जेल में तमाम तैयारियां पूरी कर ली है। छठ व्रतियों के बीच वस्त्र और पूजन सामग्रियों का वितरण किया गया। महिला छठव्रतियों को नई साड़ी दिया गया। 


बता दें कि महापर्व चेती छठ 1 अप्रैल को नहाय खाय के साथ शुरू हुआ। आज खरना पूजा के बाद छठव्रतियां 36 घंटे का निर्जना व्रत रखेंगी। 3 अप्रैल को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और 4 अप्रैल को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत समाप्त होगा। इस पर्व में स्वच्छता का विशेष महत्व है। भगवान सूर्य और छठी मईया को समर्पित यह व्रत चार दिनों तक चलता है। यह चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से लेकर सप्तमी तिथि तक श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।